Friday, November 22"खबर जो असर करे"

एडीबी ने देश की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7.2 फीसदी किया

-चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 0.30 फीसदी घटाया

नई दिल्ली। मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के बाद एशियाई विकास बैंक (एडीबी) (Asian Development Bank (ADB)) ने भी देश की आर्थिक वृद्धि दर (country’s economic growth rate) के पूर्वानुमान को घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया है। एडीबी ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ रेट (Gross Domestic Product (GDP) Growth Rate) में 0.30 फीसदी की कटौती की है, जबकि इससे पहले एडीबी ने अप्रैल में जीडीपी की वृद्धि दर 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।

एडीबी ने गुरुवार को जारी एशियाई विकास परिदृश्य रिपोर्ट में कहा कि कोरोना महामारी का प्रभाव और रूस-यूक्रेन जंग के कारण महंगाई की ऊंची दर के मद्देनजर जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान घटाया गया है। एडीबी के मुताबिक उपभोक्ता भरोसा बेहतर हुआ है, लेकिन उम्मीद से ज्यादा महंगाई से ग्राहकों की खरीद क्षमता घटी है। इसके अलावा एडीबी ने दक्षिण एशिया के लिए जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान साल 2023 के लिए घटाकर 7.1 फीसदी किया है। इसकी वजह श्रीलंका में आर्थिक संकट और उच्च मुद्रास्फीति तथा भारत में मौद्रिक नीति को कड़ा किया जाना बताया है।

इसी हफ्ते मॉर्गन स्टेनली ने विकास दर के अनुमान को घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया था, जबकि नोमुरा ने साल 2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट को घटाकर 4.7 फीसदी कर दिया था। इससे पहले फिच रेटिंग्स ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7.8 फीसदी कर दिया था, जबकि एसएंडपी ने चालू वित्त वर्ष में विकास दर 7.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, आरबीआाई ने मौजूदा परिदृश्य में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है। (एजेंसी, हि.स.)