फिल्म में यामी एक एनआईए अधिकारी की भूमिका निभा रही हैं, जिन्हें अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में शांति लाने और आतंकवादी अभियान को विफल करने का काम सौंपा गया है। फिल्म में ‘आर्टिकल-370’ को हटाने के लिए संघर्ष, कश्मीर का इतिहास और आतंकवाद की पृष्ठभूमि, राजनीतिक हस्तक्षेप सभी पर टिप्पणी की गई है। साथ ही इस फिल्म को दमदार डायलॉग्स भी दिए गए हैं। एक तरफ दर्शक इस फिल्म का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसे ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसा प्रोपेगेंडा बता रहे हैं। इस रवैये पर एक्ट्रेस यामी गौतम ने प्रतिक्रिया दी है।
मीडिया से बात करते हुए यामी गौतम ने कहा, “लोगों के सामने उनकी फिल्म ‘आर्टिकल 370’ के इरादे को सही ठहराने का कोई मतलब नहीं है, जहां मन में पहले से ही यही धारणा है कि यह एक प्रोपेगेंडा फिल्म है। यामी में कहा, ‘अगर कोई भी वर्ग पहले से यह सोचकर या फिर इस तरह की धारणा लेकर सिनेमाघरों में जाता है कि ये यही है, आप कभी भी फिल्म एंजॉय नहीं कर पाएंगे या फील नहीं कर पाएंगे। उनके लिए फिल्म को सही ठहराने का कोई मतलब नहीं है। यह फिल्म ज्यादातर दर्शकों के लिए है और हम दर्शकों के लिए फिल्म बनाते हैं।