देवास। इंदौर से देवास जा रही एक तेज रफ्तार बस शनिवार शाम को शिप्रा नदी के पुल के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में बस में सवार तीन यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 10 यात्रियों के घायल होने की सूचना है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को देवास अस्पताल पहुंचाया। बताया गया है कि तीन गंभीर रूप से घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रैफर किया गया है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, चौहान ट्रेवल्स की बस करीब 40 सवारियों को लेकर इंदौर से देवास जा रही थी। शनिवार शाम को तेज रफ्तार होने के कारण बस शिप्रा ब्रिज के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के बाद आसपास के लोगों ने रेस्क्यू किया। लोगों ने पलटी बस को खड़ा किया। बस के नीचे दो लोग दबे मिले। वहीं बस के अंदर फंसे लोगों को शीशे तोड़कर बाहर निकाला गया। हादसे में सेजल (23) पुत्री अरविंद चौधरी निवासी जेतपुरा देवास, रश्मि (40) पत्नी धर्मेंद्र परिहार निवासी गजरा गियर्स देवास और अरुणा (40) पुत्र भागवत सिंह कुशवाह निवासी नूतन नगर, बीएनपी रोड देवास की मौत हुई है।
बस में सवार यात्रियों का कहना है कि बस करीब 6 बजे इंदौर से रवाना हुई थी। करीब पौने 7 बजे बस शिप्रा ब्रिज से आगे करीब 500 मीटर दूर स्थित फ्लाईओवर पर पहुंची ही थी कि अचानक से एक वाहन आ गया। उसे बचाने के चक्कर में ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिए, जिससे तेज रफ्तार बस लहराकर पलटी खा गई। बस में सवार यात्री ब्रिजेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि बस की गति काफी तेज थी। जैसे ही बस शिप्रा ब्रिज पर पहुंची, अचानक से वह लहराई और पलटी खा गई। इस दौरान कुछ लोग एकत्रित हो गए और बस को उठाने की कोशिश करने लगे। काफी मशक्कत के बाद बस को सीधा किया गया। बस पूरी भरी थी। करीब 40 लोग सवार थे। हादसे में 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें पुलिस ने देवास के जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। घायलों में शहजादी फारूकी, साइन फारुकी, किशोर पुत्र निरंजन सिंह, मनोज पुत्र टांटिया सिंगर, राहुल पुत्र शंभूलाल धुर्वे, नेहा पत्नी कमलनाथ, कुलदीप पुत्र दीपक तिवारी और संतोष शामिल है।
एडिशनल एसपी देवास मनजीत सिंह चावला का कहना है कि शिप्रा ब्रिज पर हादसा हुआ है। बस एमपी 41 पी 1562 इंदौर से देवास की ओर जा रही थी। घायलों को देवास जिला अस्पताल भिजवाया गया है। हादसे से यातायात बाधित हो रहा था, जिसे तत्काल क्लियर करवाया गया। चश्मदीदों से बात कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। (एजेंसी, हि.स.)