
उत्तर कोरिया पिछले कुछ दिनों से लगातार बैलेस्टिक मिसाइल दाग रहा है। अब तक दक्षिण कोरिया की ओर तो मिसाइलें दागी ही जाती थीं, पिछले दिनों जापान की ओर भी एक मिसाइल दागे जाने का मामला सामने आया था। इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने दक्षिण कोरियाई और जापानी समकक्षों के साथ त्रिपक्षीय सम्मेलन किया था। इस सम्मेलन में अमेरिका ने दक्षिण कोरिया व जापान की सुरक्षा को लेकर न सिर्फ दृढ़ प्रतिबद्धता जताई थी, बल्कि जवाब में उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़ी सैन्य कार्रवाई शुरू करने की धमकी भी दी थी। बाइडेन ने एटमी हथियारों समेत अन्य सभी सैन्य उपायों के जरिये दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा की अमेरिकी प्रतिबद्धता को दोहराया था।
अमेरिकी धमकी के बाद उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी समुद्री तट की ओर एक बैलेस्टिक मिसाइल दागकर अमेरिका को चुनौती दी। इसके बाद उत्तर कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन स्वयं इस परमाणु परीक्षण का निरीक्षण करने गए। निरीक्षण के बाद किम जोंग उन ने अमेरिका व उसके सहयोगी देशों को परमाणु हमले की धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया, अपने ऊपर आए किसी खतरे का जवाब परमाणु हथियारों से देगा। किम जोंग उन ने कहा कि प्योंग्यांग परमाणु हथियारों का परमाणु हथियारों से और पूर्ण सैन्य टकराव का उसी तरह से जवाब देगा।
अपनी बेटी और पत्नी के साथ मिसाइल परीक्षण स्थल पर पहुंचे उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की शत्रुतापूर्ण नीति को देखते हुए वे अपने देश की सुरक्षा के लिए परमाणु प्रतिरोध मजबूत करने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि दुश्मन धमकी देना जारी रखते हैं, तो उनकी सरकार उसी अंदाज में जवाब देकर परमाणु हथियारों का प्रयोग करने से पीछे नहीं हटेगी।
इस बीच उत्तर कोरिया ने अपने मिसाइल परीक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता वाली रक्षा तैयारी की रणनीति का हिस्सा करार दिया है। दावा किया गया कि प्रक्षेपित मिसाइल दुनिया में सबसे मजबूत सामरिक हथियार है। मिसाइल ने करीब 69 मिनट में करीब 1,000 किलोमीटर की उड़ान भरी और 6,041 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंची। यह करीब 15,000 किलोमीटर तक मार कर सकती है। इसकी जद में अमेरिका के भी आने का दावा किया गया है। (हि.स.)