नई दिल्ली। देश के व्यापार (country trade) की साफ तस्वीर दिखाने के लिए महीने में सिर्फ एक ही बार आयात एवं निर्यात के मासिक आंकड़ा (Monthly data of imports and exports) सरकार जारी करेगी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce and Industry) ने इस परंपरा को फिर से अपनाने का फैसला किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि अब महीने में सिर्फ एक ही बार आयात-निर्यात के आंकड़े जारी किए जाएंगे। साथ ही अक्टूबर महीने के लिए ये आंकड़े नवंबर के मध्य तक आ जाएंगे। दरअसल, पिछले कुछ माह से आयात-निर्यात के शुरुआती एवं अंतिम आंकड़ों में काफी अंतर होने से असमंजस की स्थिति पैदा होने लगी थी।
वाणिज्य मंत्रालय के सितंबर महीने के निर्यात के प्रारंभिक एवं अंतिम आंकड़ों में काफी अंतर देखने को मिला था। प्रारंभिक आंकड़ों में सितंबर में उत्पादों का निर्यात 3.5 फीसदी घटकर 32.62 अरब डॉलर पर आ गया था लेकिन 14 अक्टूबर को जारी अंतिम आंकड़ों में सितंबर में उत्पादों का निर्यात करीब पांच फीसदी बढ़कर 35.45 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। उसके पहले अगस्त महीने के निर्यात के आंकड़ों में भी बदलाव दर्ज हुआ था।
उल्लेखनीय है कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने अक्टूबर, 2020 में आयात-निर्यात के मासिक आंकड़ों को प्रारंभिक एवं अंतिम आधार पर जारी करने की परंपरा को शुरू किया था। प्रारंभिक आंकड़ा महीने के पहले हफ्ते में जारी किया जाता था, जबकि महीने के मध्य में संशोधित आंकड़ा जारी होता था। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में दोनों ही आंकड़ों में बड़ा फर्क होने से असमंजस की स्थिति बनती दिखी। इसको देखते हुए अब सरकार महीने में सिर्फ एक बार ही पिछले महीने के व्यापार आंकड़े जारी करेगी। (एजेंसी, हि.स.)