Friday, September 20"खबर जो असर करे"

सर्राफा बाजार : सोना 423 रुपये कमजोर हुआ, चांदी भी 954 रुपये तक लुढ़की

– आने वाले दिनों में भी उतार-चढ़ाव बने रहने की उम्मीद

नई दिल्ली। भारतीय सर्राफा बाजार में गुरुवार को एक बार फिर सोना और चांदी गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए। बाजार में बने नरमी के रुख के कारण सोने की अलग-अलग श्रेणियों में आज 423 रुपये प्रति 10 ग्राम से लेकर 247 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की कमजोरी दर्ज की गई। सोने की तरह चांदी की कीमत आज 954 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर कर 58 हजार से भी नीचे पहुंच गई।

इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक घरेलू सर्राफा बाजार में आज कारोबारी यानी 24 कैरेट (999) सोने की औसत कीमत 423 रुपये की कमजोरी के साथ गिर कर 50,401 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) हो गई। इसी तरह 23 कैरेट (995) सोने की कीमत भी 420 रुपये की गिरावट के साथ 50,200 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) हो गई। जेवराती यानी 22 कैरेट (916) सोने की कीमत में आज 388 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमजोरी दर्ज की गई।

इसके साथ ही 22 कैरेट सोना 46,167 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा 18 कैरेट (750) सोने की कीमत आज प्रति 10 ग्राम 317 रुपये गिर कर 37,801 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गई। 14 कैरेट (585) सोना आज 247 रुपये कमजोर होकर 29,485 रुपये प्रति 10 ग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गया।

सर्राफा बाजार में बने नरमी के माहौल का असर चांदी की कीमत पर भी नजर आया, जो आज गिरकर 58 हजार के स्तर से भी नीचे पहुंच गया। आज के कारोबार में चांदी (999) में 954 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गई। इस कमजोरी के कारण ये चमकीली धातु आज लुढ़क कर 57,673 रुपये प्रति किलोग्राम (अस्थाई) के स्तर पर पहुंच गई।

मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के मुताबिक सर्राफा बाजार में अभी आने वाले दिनों में भी उतार-चढ़ाव बने रहने की उम्मीद है। वैश्विक दबाव की वजह से सोना और चांदी मंदा होता हुआ नजर आ रहा है, तो त्योहारी और शादी-ब्याह जैसे स्थानीय वजहों के कारण सोना-चांदी की मांग में इजाफा होने के भी संकेत बने हुए हैं। शादी ब्याह के सीजन के कारोबार के लिए सर्राफा बाजार में तैयारी भी शुरू हो गई है। इसलिए आने वाले दिनों में बाजार में व्यक्तिगत खरीदारी का जोर जरूर बन सकता है। जब तक बड़े निवेशक खरीदारी शुरू नहीं करेंगे, तब तक बाजार में अधिक तेजी आने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। (एजेंसी, हि.स.)