– सरकार की आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को काफी सहारा दिया
नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार एक बार फिर अपने शिखर की ओर बढ़ता हुआ नजर आने लगा है। सेंसेक्स आज दिन के पहले सत्र के कारोबार के दौरान ही खरीदारी के सपोर्ट से 61,289.73 अंक तक पहुंचा। इसी तरह निफ्टी भी आज पॉजिटिव सेंटिमेंट्स के बीच खरीदारी के सपोर्ट से 18,175.80 अंक तक की छलांग लगाने में सफल रहा। इस तरह ये दोनों सूचकांक अपने-अपने शिखर के काफी करीब पहुंच गए हैं। भारतीय शेयर बाजार में आज लगातार चौथे कारोबारी दिन भी तेजी का माहौल बना रहा। घरेलू शेयर बाजार ने आज मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की और मजबूती के साथ ही आज के कारोबार का अंत भी किया।
बाजार में हालांकि बीच-बीच में बिकवाली का झटका भी लगता रहा लेकिन खरीदारी का जोर इतना अधिक था कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक मजबूती के साथ कारोबार करके बंद हुए। दिन भर के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.62 प्रतिशत की मजबूती के साथ 61,100 अंक से ऊपर रहते हुए बंद हुआ। निफ्टी भी 0.74 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,100 अंक से ऊपर बंद हुआ।
आज दिन के कारोबार के दौरान ऊपरी स्तर पर पहुंचने के बाद शेयर बाजार में बैंकिंग सेक्टर के बीच मुनाफावसूली का दबाव भी बनता नजर आया। हालांकि बीएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्सों में तेजी बनी रही। पावर, फार्मास्यूटिकल और आईटी सेक्टर के ज्यादातर शेयरों में खरीदारी का रुझान बना रहा। इसी तरह मिडकैप और स्मॉलकैप के शेयरों में भी ओवरऑल खरीदारी का रुख बना रहा।
आज दिन भर के कारोबार के दौरान शेयर बाजार में 1,969 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 1,069 शेयर मुनाफा कमाकर हरे निशान में बंद हुए जबकि 900 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 24 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में और 6 शेयर बिकवाली के दबाव के कारण लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 39 शेयर हरे निशान में और 11 शेयर लाल निशान में बंद हुए।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स आज 318.99 अंक की बढ़त के साथ 61 हजार अंक के स्तर को पार करके 61,065.58 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत में इस सूचकांक में मामूली उतार-चढ़ाव होता रहा। पहले आधे घंटे के कारोबार के बाद ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने चौतरफा खरीदारी शुरू कर दी, जिसके कारण सेंसेक्स तेजी से ऊपर की ओर चढ़ने लगा।
लगातार हो रही खरीदारी के सपोर्ट से दोपहर 11 बजे के करीब ये सूचकांक 543.14 अंक की छलांग लगाकर आज के सबसे ऊपरी स्तर 61,289.73 अंक तक पहुंच गया। हालांकि इसके बाद बाजार में मुनाफावसूली के चक्कर में बिकवाली का दबाव भी बना, जिसकी वजह से सेंसेक्स नीचे लुढ़कने लगा। दिन के दूसरे कारोबारी सत्र में बिकवाली का दबाव बढ़ने पर सेंसेक्स गिरकर 60,868.69 अंक तक पहुंच गया। इसके बाद एक बार फिर बाजार में लिवाली का जोर बनने पर सेंसेक्स ने तेजी की राह पकड़ ली और 374.76 अंक की मजबूती के साथ 61,121.35 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी आज मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की। निफ्टी 118.20 अंक की मजबूती के साथ 18,130.70 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही पहले आधे घंटे के बाद ही निफ्टी खरीदारी के सपोर्ट से तेज रफ्तार के साथ ऊपर की ओर चढ़ने लगा। बीच-बीच में बिकवाली का मामूली झटका लगने के बावजूद लगातार जारी खरीदारी के जोर की बदौलत निफ्टी 11 बजे के करीब 163.60 अंक उछलकर आज के सर्वोच्च स्तर 18,175.80 अंक तक पहुंच गया।
हालांकि मुनाफावसूली के चक्कर में हुई बिकवाली के कारण ये सूचकांक इस स्तर पर टिक नहीं सका और दोपहर 1 बजे के थोड़ी देर बाद गिरकर 18,060.15 अंक तक पहुंच गया। इस गिरावट के बाद बाजार में एक बार फिर खरीदारी का जोर बन जाने के कारण निफ्टी की चाल भी दोबारा तेज हो गई। खरीदारी के सपोर्ट से इस सूचकांक ने 133.20 अंक की मजबूती के साथ 18,145.40 अंक के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
दिनभर की खरीद बिक्री के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से अडाणी एंटरप्राइज 6.82 प्रतिशत, डिवीज लेबोरेट्रीज 6.31 प्रतिशत, एनटीपीसी 5.03 प्रतिशत, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन 3.07 प्रतिशत और ग्रासिम इंडस्ट्रीज 2.30 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। एक्सिस बैंक 3.78 प्रतिशत, यूपीएल 1.81 प्रतिशत, आयशर मोटर्स 1.35 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.77 प्रतिशत और मारुति सुजुकी 0.77 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।
पिछले 52 सप्ताह के दौरान सेंसेक्स का सर्वोच्च स्तर 61,475.15 अंक रहा है। इस तरह से सेंसेक्स अपने आज के ऊपरी स्तर तक पहुंचने के बाद पिछले 1 साल के सर्वोच्च स्तर से सिर्फ 185.42 अंक पीछे रह गया। इसी तरह सेंसेक्स ने 19 अक्टूबर 2021 को 62,245.43 अंक तक पहुंच कर ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया था। आज की छलांग के बाद सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई के रिकॉर्ड से सिर्फ 955.70 अंक पीछे रह गया है।
इसी तरह पिछले 52 सप्ताह के दौरान निफ्टी का सर्वोच्च स्तर 18,350.95 अंक है। आज निफ्टी ने 18,175.80 अंक तक छलांग लगाने में कामयाबी हासिल की। इस तरह ये सूचकांक पिछले 1 साल की अवधि के सर्वोच्च स्तर से सिर्फ 175.15 अंक पीछे रह गया। इसी तरह निफ्टी ने 19 अक्टूबर 2021 को 18,604.45 अंक तक पहुंच कर ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया था। आज की छलांग के बाद निफ्टी अपने ऑल टाइम हाई के रिकॉर्ड से सिर्फ 428.65 अंक पीछे रह गया है।
पिछले 1 साल की अवधि के दौरान वैश्विक परिस्थितियों, वैश्विक स्तर पर महंगाई के बढ़ते दबाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव की वजह से दुनिया भर के शेयर बाजारों की तरह भारतीय शेयर बाजार भी लगातार उतार-चढ़ाव का सामना करता रहा है। पिछले साल 19 अक्टूबर के बाद सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर से 11,324.21 अंक टूटकर 50,921.22 अंक तक भी पहुंचा। इस जोरदार गिरावट के बाद सेंसेक्स ने शानदार तरीके से बाउंसबैक किया, जिसकी बदौलत अब ये सूचकांक एक बार फिर अपने सर्वोच्च स्तर के काफी करीब पहुंच गया है।
सेंसेक्स की तरह ही 19 अक्टूबर, 2021 के बाद की अवधि में निफ्टी भी अपने शिखर से 3,421.05 अंक का गोता लगाकर 15,183.40 अंक तक पहुंचा। बाजार में पॉजिटिव सेंटीमेंट्स बनते ही इस सूचकांक ने खरीदारी के सपोर्ट से शानदार वापसी की और आज अपने शिखर के काफी करीब 18,175.80 अंक तक पहुंच गया।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर वैश्विक अर्थव्यवस्था का दबाव जरूर बना हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था इसकी वजह से काफी हद तक प्रभावित भी हुई है, लेकिन इसके फंडामेंटल्स इतने मजबूत हैं कि आसानी से इस पर ज्यादा विपरीत असर नहीं पड़ सकता है। खासकर सरकार की आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को काफी सहारा दिया है। यही वजह है कि मौजूदा समय में जब दुनिया के ज्यादातर देश गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं तब भी भारत की इकोनॉमी मामूली झटकों का सामना करते हुए तेजी से आगे बढ़ रही है।
प्रशांत धामी का मानना है कि स्टॉक मार्केट के दोनों प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी की शानदार वापसी ने एक बार फिर इस बात का संकेत दिया है कि भारतीय शेयर बाजार विदेशी निवेशकों की लिवाली या बिकवाली से प्रभावित जरूर होते हैं, लेकिन उनकी लिवाली या बिकवाली इसे ध्वस्त नहीं कर सकती है। पिछले कुछ महीनों के दौरान जब विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे थे, तब भी सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक कमजोरी का सामना करने के बावजूद दुनिया के दूसरे शेयर बाजारों की तुलना में अधिक मजबूती के साथ टिके हुए थे। इसलिए अगर वैश्विक या घरेलू स्तर पर आने वाले दिनों में कोई बहुत बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, तो जल्दी ही सेंसेक्स और निफ्टी को नई ऊंचाई पर पहुंचते हुए देखा जा सकता है। (एजेंसी, हि.स.)