मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार शाम को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष और अपने चचेरे भाई राज ठाकरे को पत्र लिखकर कहा कि कपटी भाई से दिलदार दुश्मन अच्छा है। इसके अतिरिक्त पत्र में कुछ भी उल्लेख नहीं किया गया है।
राज ठाकरे की ओर से रविवार सुबह उद्धव ठाकरे को पत्र भेजा गया था। उस पत्र में उद्धव ठाकरे को मराठी के नाम पर सहानुभूति न बटोरने की सलाह दी गई थी। यह पत्र राज ठाकरे के आदेश पर मनसे महासचिव एवं प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने भेजा था। मनसे ने पत्र में विधायकों की फूट, मुख्यमंत्री पद चले जाना, पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह चुनाव आयोग की ओर से सीज किए जाने पर उद्धव ठाकरे पर सहानुभूति बटोरने का आरोप लगाया था। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे को सिर्फ एक पंक्ति का पत्र – कपटी भाई से दिलदार दुश्मन अच्छा, लिख कर जवाब आज शाम को भेजा है। इस पत्र की जोरदार चर्चा की जा रही है।
दरअसल शिवसेना प्रमुख स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे ने जब शिवसेना की जिम्मेदारी उद्धव ठाकरे को सौंप दी थी, तब राज ठाकरे नाराज हो गए थे। उन्होंने बालासाहेब के जीवित रहते ही शिवसेना से किनारा कर लिया था और अपनी खुद की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बना ली थी। तब से दोनों भाइयों के बीच राजनीतिक मतभेद हैं। हालांकि एक दूसरे के सुखदुख में दोनों परिवार शामिल होते रहते हैं। (एजेंसी, हि.स.)