– सुरक्षित स्वर्ण भंडार का मूल्य बढ़ने से विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज हुई बढ़ोतरी
नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे (economic front) पर सरकार को राहत देने वाली खबर आई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार (country’s foreign exchange reserves) सात अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर (increased by $20.4 million) 532.868 अरब डॉलर (532.868 billion dollars) पर पंहुच गया। विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 9वें हफ्ते की गिरावट के बाद बढ़ोतरी दर्ज हुई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी।
आरबीआई के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार में यह बढ़ोतरी सुरक्षित स्वर्ण भंडार का मूल्य बढ़ने से हुई है। सात अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया। दरअसल, इसके पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर पर आ गया था। एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 7 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 1.311 अरब डॉलर घटकर 471.496 अरब डॉलर रह गई। आंकड़ों के मुताबिक विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 15.5 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 17.582 अरब डॉलर रह गया है। इस दौरान सोने के सुरक्षित भंडार का मूल्य 1.35 अरब डॉलर बढ़कर 38.955 अरब डॉलर पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास रखी भारत की आरक्षित निधि 10 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.836 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई।
उल्लेखनीय है कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में डॉलर के मुकाबले गिरते रुपये को संभालने के लिए आरबीआई ने इस विदेशी मुद्रा भंडार के एक हिस्से का इस्तेमाल किया है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले कई हफ्तों से लगातार गिर रहा था। विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में वृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल है। (एजेंसी, हि.स.)