Friday, November 22"खबर जो असर करे"

मप्रः खंडवा में ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में लगे “सिर तन से जुदा” के नारे

खंडवा। मप्र के खंडवा शहर ( Khandwa city) में ईद मिलादुन्नबी के जुलूस (Eid Miladunnabi procession) में ‘सिर तन से जुदा…’ के आपत्तिजनक नारे (offensive slogans) लगाए गए। जानकारी मिलते ही पुलिस अलर्ट हो गई और तत्काल मौके पर पहुंची तो नारे लगना बंद हो गए। समाज के वरिष्ठ लोगों ने युवकों को समझाया। इस दौरान विवाद की स्थिति बनी। जुलूस में लगे आपत्तिजनक नारों पर हिंदू संगठनों (Hindu organizations) ने आपत्ति जताई, उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन सौंपा है।

शहर में ईद मिलादुन्नबी का जुलूस मुस्लिम समाजजन द्वारा रविवार को उत्साह से निकाला गया। शहर के अलग-अलग मुस्लिम क्षेत्रों से जुलूस लेकर मजहबी नारे लगाते हुए युवा इमलीपुरा पहुंचे। यहां इमलीपुरा चौराहे से शहर काजी सैय्यद निसार अली के नेतृत्व में ईद का मुख्य जुलूस निकाला गया। बड़ाबम चौराहे से आगे निकलते ही जैन फोटोकापी की दुकान के सामने जुलूस में शामिल युवकों ने नारे लगाना शुरू किए। मजहबी नारे लगा रहे युवक अचानक भड़काऊ नारे लगाने लगे। गुस्ताख-ए-नबी की यही सजा सिर तन से जुदा सिर तन से जुदा के नारे लगाए।

युवकों द्वारा लगाए जा रहे नारे का वीडियो किसी ने अपने मोबाइल में रिकार्ड कर लिया। करीब 52 सेकंड के इस वीडियो में मुस्लिम समाज के युवक भड़काऊ नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं। नारे लगाते हुए युवकों का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर देखा जा रहा है।

शहर काजी के साथ जुलूस में कांग्रेस नेता सलीम पटेल, रियाज हुसैन और अहमद पटेल कार में सवार रहे। वे युवाओं को अमन शांति का पैगाम देते आगे बढ़ाते रहे। जुलूस इमलीपुरा से शुरू होकर परदेशीपुरा, बड़ाबम चौक, रेलवे स्टेशन, बाम्बे बाजार, घंटाघर चौक, नगर निगम, जलेबी चौक, मेडिकल चौराहा से होकर वापस इमलीपुरा पहुंचा। धार्मिक झंडों के अलावा कुछ युवकों ने हाथों में राष्ट्रीय ध्यज भी ले रखा था।

बड़ाबम चौराहे पर जुलूस का कुछ हिस्सा तीन पुलिया की तरफ निकल जाने के बाद कुछ युवक वापस इमलीपुरा की तरफ से आने वाले जुलूस में शामिल होने के लिए जाने लगे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकते हुए वापस अपने जुलूस में जाने के लिए कहा। इस दौरान समाज के लोगों ने पुलिस से बहस कर रहे युवकों को समझाकर आगे बढ़ा दिया। जुलूस में तिरंगे पर बनी चांद सितारे की आकृति आकर्षण का केंद्र रही। आकर्षक वेशभूषा में बच्चे भी जुलूस में शामिल हुए। करीब तीन साल बाद निकले जुलूस में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पुलिस की जुलूस पर नजर रही। जुलूस के समापन तक पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह हर पल की जानकारी लेते रहे। पुलिस कंट्रोल से उन्होंने सीसीटीवी कैमरों से जुलूस पर नजर रखी।

महादेवगढ़ संरक्षक हिंदू नेता अशोक पालीवाल ने बताया कि इस प्रकार के जुलूसों पर प्रतिबंध लगना चाहिए। शहर में तीन बार से जुलूस के दौरान भगवान श्रीराम को अपशब्द कहे गए। सर तन से जुदा के नारे लगाए गए। इस तरह के नारे लगाकर हिंदुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना और हिंदू समाज को डर का माहौल बनाने का प्रयास निरंतर जारी है। इसलिए ऐसे जुलूसों पर प्रतिबंध लगना चाहिए।

पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का मामले में कहना है कि नारे लगाते हुए एक वीडियो सामने आया है। इसमें कुछ आपत्तिजनक नारे लगाए गए हैं तो इसकी जांच की जाएगी। जांच के पश्चात संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। (एजेंसी, हि.स.)