Monday, November 25"खबर जो असर करे"

मप्रः भोपाल हाट पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज, खादी के वस्त्र खरीदे, चरखा भी चलाया

– मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खादी उत्सव और प्रदर्शनी का अवलोकन किया

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने रविवार शाम को भोपाल हाट (Bhopal Haat) में 10 दिवसीय राष्ट्रीय खादी उत्सव (10 Days National Khadi Festival) और प्रदर्शनी के शुभारंभ दिवस पर पहुंचकर खादी के वस्त्र खरीदे। उन्होंने कहा कि वे खादी वस्त्र उत्पादकों (Khadi Textile Producers) को प्रोत्साहित करने के लिए भोपाल हॉट आए हैं। उन्होंने भोपाल हाट में राष्ट्रीय खादी उत्सव एवं राज्य स्तरीय प्रदर्शनी (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम) का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि माटी से सामान बनाना भी एक कला है।

मुख्यमंत्री ने खादी उत्सव और प्रदर्शनी स्थल पर गणेश प्रतिमा और गांधी जी की प्रतिमा और पर नमन किया। उन्होंने वस्त्र शिल्पियों से बातचीत करते हुए उनके कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने भोपाल हॉट परिसर में लगाए गए स्टाल देखे और बहुत से कारीगरों से चर्चा भी की। इस मौके पर कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक अनुभा श्रीवास्तव उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने विभागीय गतिविधियों के लिए बधाई भी दी।

खादी का प्रचार हो, खादी वस्त्र अपनाएँ
मुख्यमंत्री ने कहा कि हस्तशिल्प से जुड़े कारीगरों और चरखा चलाने वालों को आधुनिक चरखा और बिजली से चलने वाले चरखे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसके लिए प्रशिक्षण भी दिलवाया गया है। यह वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष है। वस्त्र कारीगरों का रोजगार अच्छा चले, इसके लिए सरकार प्रयासरत है।

मुख्यमंत्री ने एक स्टॉल पर चरखा चलाकर सूत काता। उन्होंने स्टाल पर उपस्थित विक्रताओं से उनके व्यवसाय के बारे जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि साड़ियाँ हों या कुर्ते पायजामे, इन्हें सुंदर रूप दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि हमारे कारीगरों को अच्छा कार्य मिले। इस कार्य से उनकी जीविका चलती है। लोकल को वोकल बनाने के लिए पूरे देश में कारीगरों को और बुनकरों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि माटी से कलाकृतियाँ और घरेलू उपयोग की वस्तुएँ तैयार करने के लिए कारीगरों को माटी कला बोर्ड से प्रशिक्षण दिया गया है। हस्त शिल्पियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने 75 प्रतिशत सब्सिडी भी दी है। इलेक्ट्रिक चॉक प्रदान किए जा रहे हैं। मिट्टी से बर्तन और कुल्हड़ भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज यहाँ पहुँचकर उन्होंने कुल्हड़ बनाने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री ने विद्युत चलित कुम्हारी चॉक प्रदर्शित करते हुए प्रतीक स्वरूप एक हितग्राही को प्रदान किया। यह हितग्राही माटी कला से जुड़े उद्यमी हैं, जिन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ भी मिला है।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रारंभ में खादी उत्सव में आए नागरिकों का स्वागत किया और खादी के वस्त्र प्रदर्शित कर आमजन से अधिक से अधिक खादी वस्त्र खरीदने का आहवान किया। उन्होंने इंदौर की मीना खटके के स्टॉल पर विभिन्न प्रकार के चरखे देखे और उनकी कार्य प्रणाली की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के विभागीय उत्पादन केंद्र का भी निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने की उत्पादों की लांचिंग
मुख्यमंत्री चौहान ने खादी उत्सव में नए उत्पादों की लांचिंग भी की। इनमें सूती मसलिन साड़ी, ट्रेवल किट (शेम्पू, साबुन, हेयर आयल, बॉडी वॉश, बॉडी लोशन) आर्गेनिक मसाले (हल्दी, मिर्च, धनिया), गुड़ (एक जिला-एक उत्पाद), हवन सामग्री और सामरानी (धूप कप) शामिल हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर भी माल्यार्पण किया। कताई बुनाई प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। साथ ही शैलाचाक और गिफ्ट हेम्पर का वितरण भी किया। (एजेंसी, हि.स.)