Friday, November 22"खबर जो असर करे"

मध्यप्रदेश बना देश का सबसे स्वच्छ राज्य, इंदौर छठवीं बार देश का स्वच्छतम शहर

– स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में मध्य प्रदेश को मिले 16 राष्ट्रीय अवार्ड
– राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित

भोपाल। भारत सरकार (Indian government) द्वारा करवाये गये स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 (Swachh Survekshan-2022) में हर साल की तरह मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) ने एक बार फिर स्वच्छता के कीर्तिमान स्थापित (once again set the record of cleanliness) किये। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित गरिमामय समारोह में मध्यप्रदेश को 100 से अधिक शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ राज्य और इंदौर को देश के स्वच्छतम शहर का अवार्ड प्रदान किया।

राष्ट्रपति मुर्मू ने इस उपलब्धि पर मध्यप्रदेश को बधाई दी। उन्होंने इंदौर को छठवीं बार स्वच्छतम शहर का अवार्ड मिलने पर कहा कि इंदौर शहर के जन-भागीदारी के प्रयासों को सभी को अपनाना चाहिए। सबसे स्वच्छ शहर का अवार्ड इंदौर सांसद शंकरलाल लालवानी और नगर निगम इंदौर की टीम तथा सबसे स्वच्छ प्रदेश का अवार्ड नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह एवं उनकी टीम ने प्राप्त किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस उपलब्धि पर कहा कि प्रदेशवासियों के लिये यह गर्व का विषय है। उन्होंने नागरिकों का अभिनंदन करते हुए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी आभार मानते हैं, जिन्होंने स्वच्छता के संकल्प पर निरंतर मार्गदर्शन प्रदान किया।

वहीं, प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने इस उपलब्धि पर नागरिकों, जन-प्रतिनिधियों और नगरीय निकायों के पूरे स्टॉफ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि मुख्यमंत्री चौहान के कुशल नेतृत्व के कारण मिली है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व और मुख्यमंत्री चौहान के कुशल मार्गदर्शन में हम सब मिल कर आगे भी इस तरह की उपलब्धियाँ हॉसिल करते रहेंगे। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि इस उपलब्धि पर संकल्प लें कि आगे भी अपने शहर को स्वच्छ रखेंगे।

भोपाल को देश की स्वच्छ संवहनीय राजधानी का अवार्ड
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में प्रदेश को 16 राष्ट्रीय अवार्ड मिले हैं। प्रदेश के 99 नगरीय निकायों को स्टार रेटिंग मिली है। वर्ष 2021 में 27 शहरों को स्टार रेटिंग मिली थी। भोपाल को 5 स्टार मिले और देश की स्वच्छ संवहनीय राजधानी का अवार्ड भी मिला। इंदौर प्रथम 7 स्टार रेटिंग प्रमाणित शहर बना। उज्जैन को एक लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी के शहरों में सर्वश्रेष्ठ नागरिक सहभागिता का सम्मान मिला।

इसके अलावा एक लाख से 3 लाख जनसंख्या के शहरों में देश का सिटीजन फीडबेक का अवार्ड छिंदवाड़ा को, 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में स्व-संवहनीय शहर का सम्मान पश्चिम जोन में मुंगावली को, पश्चिम जोन के 50 से से एक लाख जनसंख्या श्रेणी के शहरों में स्व-संवहनीय शहर का अवार्ड खुरई और देश के तीसरे सबसे स्वच्छ कैंट का अवार्ड महू कैंट को मिला है।

इसी तरह पश्चिम जोन में 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेज बढ़ते शहर का अवार्ड औबेदुल्लागंज, 15 हजार से कम जनसंख्या श्रेणी में सबसे तेजी से आगे बढ़ते शहर का अवार्ड फूफकला, 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ नवाचार का अवार्ड पेटलावद और एक लाख से कम जनसंख्या के शहरों में देश में सबसे अधिक नागरिक सहभागिता का अवार्ड बड़ौनी को मिला है।

इण्डियन स्वच्छता लीग में उत्तम प्रदर्शन के लिये उज्जैन और खजुराहो को नेशनल अवार्ड मिला है। अवार्ड समारोह में केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और राज्य मंत्री कौशल किशोर सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

स्वच्छ भारत मिशन में प्रदेश की उपलब्धियां
प्रदेश के शत-प्रतिशत नगरीय क्षेत्रों में कचरा संग्रहण किया जा रहा है। इसके लिये नगरीय निकायों को 5 हजार 423 से अधिक मोटराइज्ड वाहन उपलब्ध कराये गये हैं। इन वाहनों में जीपीएस और पीए सिस्टम लगाये गये हैं।

गीले कचरे के प्र-संस्करण और निष्पादन के लिये होम कम्पोस्टिंग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। निकायों की केन्द्रीयकृत कम्पोस्टिंग इकाइयों में संग्रहीत गीले कचरे की कम्पोस्ट बनाई जाती है। यह कम्पोस्ट नगरीय क्षेत्रों से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में खाद के रूप में उपयोग की जाती है। सूखे कचरे के प्र-संस्करण के लिये 256 नगरीय निकायों में 275 मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी इकाइयों का निर्माण किया गया है।

निकायों में लीगेसी अपशिष्ट को पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य है। अब तक 50 निकायों के शत-प्रतिशत लिगेसी अपशिष्ट का प्र-संस्करण कर दिया गया है। प्रदेश में तहत 60 नगरीय निकायों को 5 एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्लस्टर के कवर किया गया है। इसके अलावा 316 नगरीय निकायों में स्टेंड अलोन परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिये कार्यवाही की जा रही है। फीकल स्लज के निष्पादन को प्राथमिकता में शामिल करते हुए 354 एफएसटीपी और 18 निकायों में 51 एसटीपी संचालित हैं।

सर्वाधिक रक्तदान के लिए देश में प्रथम स्थान पर रहा मध्य प्रदेश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म-दिवस पर 17 सितंबर से एक अक्टूबर 2022 तक पूरे देश में आयोजित रक्तदान अमृत महोत्सव में मध्यप्रदेश को रक्त कलेक्शन में देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में शनिवार को प्रदेश के स्वास्थ्य संचालक अनुराग चौधरी को रक्तदान में देश में पहले स्थान पर आने पर प्रदेश को मिला अवार्ड प्रदान किया।

स्वास्थ्य संचालक अनुराग चौधरी ने बताया कि पूरे देश में 17 सितम्बर से शुरू हुए रक्तदान अमृत महोत्सव में अंतिम दिन एक अक्टूबर तक आनुपातिक रूप से सर्वाधिक रक्तदान कर मध्यप्रदेश पूरे देश में प्रथम रहा है। प्रदेश में पहले दिन 17 सितंबर को 31हजार 514 रक्तदाताओं ने रक्तदान कर अमृत महोत्सव में एक नया कीर्तिमान बनाया था। पूरे अभियान अवधि में कुल 903 शिविर में 36 हजार 658 रक्तदाता ने रक्तदान किया।

उन्होंने बताया कि रक्तदान अमृत महोत्सव में विशेष रक्तदान महा अभियान चला कर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। अभियान के पहले ही दिन प्रदेश के सभी जिलों में स्वयंसेवी संस्थाओं, एनजीओ, रेडक्रॉस सोसाइटी, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद, विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थाओं के सहयोग से विभिन्न जिलों में रक्तदान शिविर हुए।

प्रदेश में रक्तदान अमृत महोत्सव में सभी जिलों के ब्लड सेंटरों द्वारा ब्लॉक एवं ग्राम स्तर तक रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रम- कार्यशाला, रैली, नुक्कड़ नाटक और रक्तदान शिविर हुए। इन शिविरों में जिलों के जन-प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संगठन और गणमान्य नागरिक शामिल हुए। महा अभियान में स्वैच्छिक रूप से रक्तदान के लिए इच्छुक नागरिकों का पंजीयन भी किया गया, जिससे उनके नजदीक के किसी व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता होने पर पंजीकृत रक्तदाता से रक्त मिल सके।

मुख्यमंत्री ने रक्त संग्रहण में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर दी बधाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म-दिवस पर पूरे देश में हुए रक्तदान अमृत महोत्सव में मध्यप्रदेश को रक्त संग्रहण में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि ऐसे पुण्य प्रयासों से ही जीवन समृद्ध और सार्थक होता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से “सेवा परमो धर्म:” को आत्म-सात कर मानवता की सेवा के पुनीत कार्य रक्तदान में अप्रतिम योगदान देने के लिए सभी रक्तदाता भाई-बहनों के प्रति आभार व्यक्त किया है। (एजेंसी, हि.स.)