इटली की संसद के लिए हुए चुनाव में जार्जिया मेलोनी के गठबंधन को 44 प्रतिशत के आसपास वोट मिलने के साथ ही उनका प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। उनकी पार्टी को 2018 के चुनावों में सिर्फ 4.5 प्रतिशत वोट मिले थे। चुनाव परिणाम से स्पष्ट है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इटली को पहली महिला प्रधानमंत्री मिलने जा रही है। ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी की नेता जार्जिया मेलोनी की जीत को इटली की विपक्षी पार्टियों के नेता स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। विपक्षी नेता डेबोरा सेराचियानी ने कहा कि जार्जिया को संसद में भले ही बहुमत मिल गया हो, देश ने उन्हें नहीं स्वीकारा है।
प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले ही जार्जिया को दुनियाभर के नेताओं की ओर से बधाई मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। फ्रांस की धुर दक्षिणपंथी राष्ट्रीय रैली पार्टी के नेता मरीन ले पेन ने ट्वीट कर कहा कि इटली के लोगों ने एक देशभक्त और संप्रभुतावादी सरकार चुनने का फैसला किया है। जार्जिया मेलोनी को इस चुनौती को जीतकर एक अलोकतांत्रिक और अहंकारी यूरोपीय संघ के खतरों का विरोध करने के लिए बधाई।
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन के राजनीतिक निदेशक बालाज़्स ओर्बन ने ट्वीट कर चुनाव परिणामों के लिए जार्जिया मेलोनी को बधाई दी। उन्होंने इटली के प्रति अपनी मित्रता दिखाते हुए कहा कि इस कठिन समय में हमें पहले से कहीं अधिक ऐसे मित्रों की आवश्यकता है जो यूरोप की चुनौतियों के प्रति समान दृष्टिकोण और विचार साझा करते हैं। स्पेन के नेता सैंटियागो अबस्कल ने जार्जिया को जीत की बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने लोगों की सुरक्षा और समृद्धि के लिए और एक संप्रभु राष्ट्र के गर्व के लिए रास्ता दिखाया है। साथ ही पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविएकी ने भी जार्जिया को इस शानदार जीत की बधाई दी। (हि.स.)