Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

गम और गुस्सा के माहौल में विदा हुई अंकिता भंडारी, भाई ने दी मुखाग्नि

श्रीनगर गढ़वाल। पौड़ी की बेटी अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार रविवार की शाम को गंगा नदी के आईटीआई घाट पर कर दिया गया। इससे पहले आज दोबारा शव का पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया गया, क्योंकि अंकिता के पिता और भाई की मांग थी कि फाइनल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूरे दिन भर प्रशासन और परिवार वालों के बीच चली वार्ताओं के बाद परिजन अंत्येष्टि करने के लिए राजी हुए। बेटी को आखिरी विदाई देने के लिए पूरे राज्य से जनसैलाब उमड़ पड़ा।

अंकिता भंडारी की हत्या को लेकर पूरे उत्तराखंड की जनता में इतना आक्रोश है कि लोग अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलाने के लिए इस केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की मांग कर रहे हैं। शनिवार को अंकिता का पोस्टमॉर्टम हुआ था और आज अंतिम संस्कार होना था, लेकिन परिजनों ने आज सुबह दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने और उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग करके अंतिम संस्कार रोक दिया था। उनके इस फैसले में श्रीनगर पहुंची क्षेत्र की पूरी जनता उनके साथ खड़ी थी।

रविवार को देर शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर जल्द से जल्द दोषियों को सजा दिलाने का भरोसा दिया। उनके आश्वासन के बाद आख़िरकार अंकिता के परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए मान गए। अंकिता के पिता की अपील करने के बाद आक्रोशित लोग भी अंकिता के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच अंकिता का शव अंतिम संस्कार के लिए आईटीआई घाट पर लाया गया। घाट पर अंकिता के भाई ने मुखाग्नि दी।

इससे पहले अंकिता के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर प्राइमरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फेरबदल किये जाने की आशंका जताई थी। इसीलिए अंकिता के भाई ने शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने की मांग उठाई। आज किये गए पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट सोमवार को सीधे कोर्ट में पेश की जाएगी। अंकिता के पिता का कहना है कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया, जबकि उसमें इस घटना से सम्बंधित सबूत हो सकते थे।

आज सुबह से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर लोगों ने जाम लगाया हुआ था। जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडेने मौके पर पहुंचे और लोगों से जाम खुलवाने का अनुरोध किया, लेकिन लोग नहीं माने। अंकिता का शव कहीं और ले जाने की आशंका पर लोग मोर्चेरी के आगे लेट गए। इस दौरान लोगों की पुलिस से झड़प भी हो गई। पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन भीड़ जिद पर अड़ी रही।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे और पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध में शामिल दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के प्रयास किये जाएंगे। मामले में एसआईटी जांच कर रही है। उन्होंने लोगों से जांच में सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि एक बेटी के साथ ऐसी घटना हुई है, ऐसे में लोगों का आक्रोशित होना भी स्वाभाविक है। (हि.स.)