-कैट घर घर आजादी की निशानी वाली वस्तुओं को रखने वाले अभियान में जुटेगा
नई दिल्ली। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) (Confederation of All India Traders (CAIT)) स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान (har ghar tricolor campaign) के बाद घर घर आजादी की निशानी वाली वस्तुओं (objects of freedom) को रखने वाले अभियान में जुटने जा रहा है। इस अभियान के तहत कैट देश के लोगों को आजादी के अमृत महोत्सव की एक यादगार वस्तु अपने घर में रखने या कम से कम एक वस्तु लोगों को उपहार में देने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाएगा।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को बताया कि अकेले दिवाली त्योहार के दौरान एक अनुमान के अनुसार एक दूसरे को उपहार देने के लिए विभिन्न प्रकार की 5 करोड़ से ज्यादा वस्तुओं की खरीदारी की जाती है। कैट इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए दिवाली त्योहार का लाभ उठाएगा। केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत यह अभियान देशभर में 15 अगस्त, 2023 तक चलाया जाएगा, जिसके लिए संस्कृति मंत्रालय व्यापार और उद्योग के राष्ट्रीय संगठनों और अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों के संगठनों के साथ एक आउटरीच कार्यक्रम में लगा हुआ है।
खंडेलवाल ने बताया कि कैट की दिल्ली में हुई एक बैठक में देश के 24 राज्यों के 80 से ज्यादा प्रमुख कारोबारी नेताओं ने सर्वसम्मति से इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का संकल्प लिया। इस अभियान को सफल बनाने के लिए कैट देश भर में व्यापारियों को पर्याप्त मात्रा में स्मृति चिन्ह उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इसके लिए कैट देश भर के 40 हजार से ज्यादा संबद्ध संगठनों के जरिए शिल्पकारों, कुम्हारों, कारीगर, स्टार्टअप, छोटे उद्योगों और अन्य लोगों के साथ अच्छी गुणवत्ता और सस्ती कीमतों के विभिन्न प्रकार के उत्पादों को डिजाइन और उत्पादन करने के लिए जोड़ेगा।
कैट महामंत्री के मुताबिक इन उत्पादों में पेन स्टैंड, पेन, कार्ड होल्डर, मोबाइल कवर, टाई-पिन, हैंड-क्लिफ, मोबाइल चार्जर, चाय और कॉफी मग, पेंटिंग, फ्लावर पॉट, फ्लावर फूलदान और इसी तरह कई अन्य उत्पाद शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कैट देश भर में सभी विभिन्न संस्कृतियों, क्षेत्रों और आय वर्ग को प्रेरित करने के लिए ट्रांसपोर्टरों, उपभोक्ताओं, छोटे उद्योगों, स्व-उद्यमियों, महिला उद्यमी, राज्य स्तरीय चैंबर, जिला स्तर और शहर स्तरीय एसोसिएशनों के बीच भी इस अभियान को विशेष तौर पर चलाएगा। (एजेंसी, हि.स.)