काबुल। अफगानिस्तान के हेरात प्रांत स्थित गुजरगाह मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए जुटे लोगों के बीच तेज धमाका हुआ। इस धमाके में तालिबानी नेता और मस्जिद के इमाम मौलवी मुजीब रहमान अंसारी व उनके भाई सहित तेरह लोगों की मौत गयी। इसके अलावा दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं।
अफगानिस्तान के लिए शुक्रवार एक बार फिर मौत का पैगाम लेकर आया। हेरात प्रांत की गुजरगाह मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र हुए थे। वहां तालिबान के प्रमुख नेता व मस्जिद के इमाम मौलवी मुजीब रहमान अंसारी भी मौजूद थे। नमाज के लिए जुटी भीड़ के बीच अचानक तेज धमाका हुआ। धमाका होते ही वहां चीख पुकार मच गयी। धमाके के बाद वहां दूर-दूर तक लाशें फैली हुई नजर आईं। मौके पर पहुंची अधिकारियों की टीम ने घायलों को अस्पताल भेजना शुरू किया।
अभी मौतों की संख्या स्पष्ट नहीं हुई है, न ही अफगानिस्तान प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है। बताया गया है कि इस धमाके में मौलवी मुजीब रहमान अंसारी की मौत हो गयी है। इसके अलावा उनके भाई की मौत की जानकारी भी सामने आई है। कुल मिलाकर 13 लोगों के मारे जाने की खबर है। यह संख्या बढ़ सकती है। दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
घायलों में कुछ की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। इस धमाके के पीछे इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रोविंस का हाथ होने की आशंका है। अभी कल ही तालिबान ने इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रोविंस के तीन आतंकियों को मार गिराया था। आज हुए धमाके को उसी का बदला माना जा रहा है।