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महाकाल मंदिर प्रसाद थाली के व्यावसायिक उपयोग के लिए ऋतिक रोशन और जोमैटो पर कार्रवाई की मांग

नई दिल्ली। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमाटो और बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। कैट ने रविवार को जोमाटो के एक विज्ञापन पर लोगों को गुमराह करने और धोखा देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की। इस बीच जोमाटो ने इस मामले में माफी मांग कर विज्ञापन हटा लिया है। जोमाटो ने कहा कि हम उज्जैन के लोगों का सम्मान करते हैं।

दरअसल, जोमाटो के इस विज्ञापन में अभिनेता ऋतिक रोशन को महाकाल ज्योतिर्लिंग मंदिर से ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी के जरिए महाकाल प्रसाद थाली प्राप्त करते हुए दिखाया गया था जो स्पष्ट रूप से असत्य, झूठा, भ्रामक और आपत्तिजनकहै। कारोबारी संगठन कैट का कहना है कि देश के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र महाकाल मंदिर जो भगवान शिव का रूप है, का व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया गया है।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि महाकाल मंदिर की प्रसाद की थाली सदियों से मुफ्त में परोसी जाती हैं, जो केवल मंदिर परिसर के अन्न क्षेत्र में ही है। मंदिर के बाहर किसी को प्रसाद की थाली देने का तो सवाल ही नहीं उठता। इस बीच मध्य प्रदेश के कैट की इकाई के सभी जिलों के व्यापारी नेताओं ने ऋतिक रोशन और जोमाटो के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन किया।

जोमाटो के उक्त विज्ञापन में अभिनेता ऋतिक रोशन को यह कहते हुए दिखाया गया है कि ‘थाली खाने का मन था, महाकाल से मंगा लिया। यह विज्ञापन काफी आपत्तिजनक है और भारत के लोगों की भावनाओं को आहत करने वाला है। कारोबारी नेताओं का कहना है कि इसकी जांच की जानी चाहिए कि विज्ञापन जारी होने के बाद कंपनी को कितने ऑर्डर मिले और महाकाल प्रसाद थाली की आड़ में वह ऑर्डर कहां से पूरे हुए। यह साफ तौर पर लोगों को ठगने का मामला है।

उल्लेखनीय है कि महाकाल मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर में हर दिन हजारों भक्तों को मुफ्त भोजन परोसा जाता है, जो सैकड़ों वर्षों से चली आ रही परंपराओं में से एक है। व्यापारी नेताओं ने कहा कि जोमाटो ने विज्ञापन ने मंदिर प्रसाद का एक स्वार्थी उद्देश्य के लिए पूंजीकरण करने का प्रयास किया है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए सरकार और संबंधित सरकारी एजेंसियों द्वारा अभिनेता ऋतिक रोशन और जोमाटो पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। मध्यप्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। (एजेंसी, हि.स.)