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आरएनटीयू भोपाल और अमेरिका के फुलब्राइट के बीच हुआ ‘भाषा संवाद’

भोपाल। न्यू जर्सी (अमेरिका) स्थित युवा हिंदी संस्थान और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के संयुक्त प्रयास से विकसित फुलब्राइट-हेस जी पी ए हिंदी पाठ्यक्रम निर्माण परियोजना के बीस सदस्यीय दल ने रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल की मेजबानी में आयोजित ‘भाषा संवाद’ एवं विविध कार्यक्रमों में रचनात्मक भागीदारी की।

उल्लेखनीय है कि इस अध्ययन दल में अमेरिका के ग्यारह विश्वविद्यालयों के हिंदी विशेषज्ञों, प्राध्यापकों ने रचनात्मक भागीदारी की।
इस अवसर पर विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिंदी ओलम्पियाड-2025 के पोस्टर का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया। प्रवासी भारतीय साहित्य एवं संस्कृति शोध केन्द्र द्वारा तैयार एवं आईसेक्ट पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित ‘अमेरिका की चयनित रचनाएँ’ पुस्तक का लोकार्पण भी इस अवसर अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संयोजन- संचालन अंतरराष्ट्रीय हिंदी केंद्र के निदेशक डॉक्टर जवाहर कर्णावट ने किया।

रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलाधिपति एवं विश्व रंग के निदेशक श्री संतोष चौबे ने कहा कि राष्ट्र प्रेम, मातृभाषा और भारतीय संस्कृति के प्रति गहरी आस्था के कारण विदेशों में प्रवासी भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों ने वैश्विक स्तर पर न सिर्फ हिंदी को बचाए रखा है वरन उसके विस्तार की नई संभावनाओं को जन्म दिया है। स्वस्फूर्त प्रयासों से यह संभव हो रहा है। इन प्रयासों से उपजी ऊर्जा को समेकित स्वरूप प्रदान करने के लिए हिंदी के वैश्विक परिवार का निर्माण करना होगा। ग्लोबल नेटवर्क का निर्माण करना होगा। विश्व रंग और रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने यह संभव कर दिखाया है। टैगोर विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी। यह केन्द्र हिंदी शिक्षण के लिए विश्व भर में प्रयोग में लाई जा रही शिक्षण पद्धतियों को सहेजने का कार्य करेगा।

फुलब्राइट-हेस जी पी ए परियोजना के कार्यक्रम निदेशक अशोक ओझा ने कहा कि युवा हिंदी संस्थान और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी फुलब्राइट-हेस जी पी ए परियोजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि अमेरिकी भाषा शिक्षकों और वहाँ शिक्षक-प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति का औपचारिक ज्ञान प्राप्त हो, ताकि वे अमेरिका लौटकर उन सांस्कृतिक विषयों पर हिंदी में उत्कृष्ट पाठ्यक्रम तैयार कर सकें।

न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में हिंदी की वरिष्ठ प्राध्यापिका प्रोफ़ेसर गैब्रिएला निक इलेवा ने “भारत की लोक संस्कृति में कहानी के विविध आयाम और ऐतिहासिक स्थापत्य स्थलों में मूर्ति कला द्वारा प्रस्तुत कहानियाँ” पर विचार प्रस्तुत किये।
डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रति कुलाधिपति, आर.एन.टी.यू. ने इस अवसर पर आईसेक्ट नेटवर्क और एजीयू की विगत चालीस वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डाला।
प्रो. अमिताभ सक्सेना ने नींव पाठ्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रो. आर.पी.दुबे, कुलपति, आर.एन.टी.यू. ने भी हिंदी शिक्षण पर अपने विचार रखे। आभार संजय सिंह राठौर, सचिव, विश्व रंग सचिवालय ने व्यक्त किया।

रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा आयोजित भाषा संवाद में डेनियल मेंगो, सन फ्रांसिको विश्वविद्यालय, सविता बाला, मिडलेक्स कॉलेज, ईरयाना बाबिक, बियोस स्टेट यूनिवर्सिटी, निलाक्षी फुकन, नॉर्थ कोरलिना यूनिवर्सिटी, कुसुम , डूके यूनिवर्सिटी, प्रेमलता विश्नवा, कम्युनिटी स्कूल इंस्ट्रेक्टर, भानुश्री सिसोदिया, श्रेयकॉस यूनिवर्सिटी, मयुरी रमन नयन, कम्युनिटी स्कूल इंस्ट्रेक्टर, गरिमा अग्रवाल, कम्युनिटी स्कूल इंस्ट्रेक्टर, प्रशांत शिवकुमार शंकरन, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी, माइनो मिरू मुर्मू, कम्युनिटी स्कूल इंस्ट्रेक्टर, अनुभूति काबरा, कम्युनिटी स्कूल इंस्ट्रेक्टर, हेमा ओझा, इंस्ट्रेक्टर, फुलब्राइट-हेस जी पी ए परियोजना, डॉ. प्रिथा मुखर्जी, आर्ट हिस्टोरियन, रूटगेर्स यूनिवर्सिटी, बिनोद चौबे, एडमिन असिस्टेंट, फुलब्राइट-हेस जी पी ए परियोजना, मनोज सिंह, फुलब्राइट-हेस जी पी ए परियोजना, राजेश शाह, फुलब्राइट-हेस जी पी ए परियोजना आदि ने रचनात्मक भागीदारी की।