निम्बाहेड़ा। पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री एवं निम्बाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर अफीम काश्तकारों को राहत देने के लिए इस फसल वर्ष की अफीम नीति शीघ्र घोषित करने का आग्रह किया है।
विधायक कृपलानी ने पत्र के माध्यम से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को अवगत कराते हुए बताया कि अफीम की फसल की खेती कराये जाने हेतु प्रति वर्ष अफीम फसल नीति सितम्बर माह में ही घोषित कर दी जाती है, लेकिन इस वर्ष 22 अक्टूबर तक भी अफीम फसल नीति घोषित नहीं की गई है, जबकि अफीम की फसल बोई जाने का समय 10 अक्टूबर से प्रारम्भ हो गया है।
कृपलानी ने कहा कि इस वर्ष अफीम फसल नीति की घोषणा में देरी के कारण किसान परेशान है, क्योंकि समय से फसल नहीं बोई गई तो अफीम उत्पादन में देरी से बोये जाने के कारण उत्पादन कम हो जाता है तथा किसान निर्धारित औसत सरकार को नहीं दे पाता है, इसलिए अफीम उत्पादन नीति की घोषणा प्रति वर्ष सितम्बर माह में ही की जाती है ताकि किसान अक्टूबर माह में निर्धारित समय पर फसल बोकर अपेक्षित परिणाम प्राप्त कर सके।
कृपलानी ने बताया कि देर से अफीम फसल नीति घोषित करने के कारण अफीम फसल देरी से बोई जायेगी तथा अफीम फसल देरी से मार्च अप्रेल माह में आयेगी तथा गर्मी बढ़ जाने व ठण्ड कम हो जाने के कारण अफीम फसल में कई तरह की बीमारियां आती है तथा बीमारी को नियंत्रित करने में किसानो का भारी खर्चा होता है एवं किसानो की अफीम की औसत भी पूरी नहीं हो पाती है, इसलिए फसल वर्ष 2024-25 की नीति यथाशीघ्र घोषित करने की आवश्यकता है।