नई दिल्ली। भारत-म्यांमार संयुक्त व्यापार समिति (जेटीसी) (India-Myanmar Joint Trade Committee (JTC) की 8वीं बैठक शुक्रवार को संपन्न हो गई। राजधानी नई दिल्ली (Capital New Delhi) स्थित वाणिज्य भवन में आयोजित बैठक में दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर सहमति (Agreement on important issues) जताई गई। इस बैठक की सह-अध्यक्षता वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत वाणिज्य विभाग के संयुक्त सचिव सिद्धार्थ महाजन और व्यापार विभाग, म्यांमार के महानिदेशक मिंट थुरा ने की।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि भारत-म्यांमार जेटीसी की 8वीं बैठक में आपसी विकास को बढ़ावा देने के लिए सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा की गई। दोनों पक्षों ने शिपिंग, कपड़ा, स्वास्थ्य, भारतीय फार्माकोपिया, बिजली, परिवहन और कनेक्टिविटी, आईसीटी, 5-जी टेलीकॉम स्टैक और एमएसएमई क्षेत्र जैसे फोकस क्षेत्रों के बारे में बातचीत की, जो सहयोग के प्रमुख रास्ते हैं। इस बैठक में हितधारक मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
मंत्रालय के मुताबिक बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि कैसे यह सहयोग दीर्घकालिक लाभ की ओर ले जा सकता है, जिससे दोनों देशों को आपसी समर्थन और सहयोग की भावना को बढ़ावा देते हुए अपने लक्ष्यों को अधिक प्रभावी ढंग से प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इस बैठक में भारत ने रुपया-क्यात व्यापार निपटान तंत्र के निर्माण का भी स्वागत किया, इसके कार्यान्वयन के बाद म्यांमार के साथ स्थानीय मुद्राओं में द्विपक्षीय वाणिज्य में वृद्धि को बढ़ावा देने की उम्मीद जताई।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि जेटीसी की बैठक में आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते (एआईटीआईजीए) की समीक्षा को शीघ्रता से पूरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई, ताकि इसे सरल, पारस्परिक रूप से लाभकारी, उपयोगकर्ता के अनुकूल और व्यवसायों के लिए व्यापार-सुविधाजनक बनाया जा सके। गौरतलब है कि म्यांमार आसियान के भीतर भारत का 7वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। वित्त वर्ष 2023-24 में कुल द्विपक्षीय व्यापार 1.75 अरब यूएस डॉलर था।