लखनऊ। खिलाड़ी बिना किसी दिक्कत के अपने खेल कॅरियर पर फोकस कर सके। इसके लिए हॉकी इंडिया ने बड़ी पहल की है। इसके तहत भारतीय पुरुष और महिला संभावित कोर ग्रुप के खिलाड़ियों को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिनको अभी नौकरी नहीं मिली है। यह फैसला रविवार को लखनऊ में आयोजित 14वीं हॉकी इंडिया कांग्रेस में लिया गया। इस बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि हॉकी इंडिया फिर से हॉकी इंडिया लीग की शुरुआत करेगा, जिसमें पहली बार महिलाओं की भी लीग होगी।
यह फैसला हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की, महासचिव भोलानाथ, कोषाध्यक्ष शेखर जे. मनोहरन, कार्यकारी निदेशक कमांडर आरके श्रीवास्तव सहित भारतीय हॉकी टीम की चयन समिति के चेयरमैन डॉ. आरपी सिंह की मौजूदगी में हुई एजीएम में लिया गया। इसी के साथ वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) में हॉकी इंडिया के संस्थापक सदस्य डा.आनन्देश्वर पाण्डेय (महासचिव, उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ) को खेल के प्रसार में उनके योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया।
लखनऊ में पहली बार हुई हॉकी इंडिया की एजीएम में 31 राज्य सदस्य इकाई और हॉकी इंडिया कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों ने प्रतिभाग किया। इस बैठक के बाद पदाधिकारियों ने लिए गए फैसलों की जानकारी दी। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि दो लाख रुपए का आर्थिक अनुदान उन खिलाड़ियों को मिलेगा जिन्हें अभी तक सरकारी विभागों या सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में नौकरी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अधिकांश हॉकी खिलाड़ियों को सार्वजनिक उपक्रमों और सरकारी विभागों द्वारा घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उनके प्रदर्शन के लिए नौकरी दी जा रही है।
हालांकि यह देखने को मिला है कि सीनियर कोर ग्रुप में कुछ नए खिलाड़ी, विशेषकर महिलाओं में अभी बेरोजगार है। यह वित्तीय सहायता उन्हें या उनके परिवारों को अपनी जरूरतें पूरी करने में सहायक होगी। इस अवसर पर महासचिव भोलानाथ सिंह ने बताया कि हॉकी इंडिया फिर से अपनी हॉकी लीग की शुरुआत कर रहा है जिसमें पहली बार महिलाओं की लीग भी होगी। इसकी शुरुआत 28 दिसंबर, 2024 से प्रस्तावित है। हमारी योजना है कि पुरुष वर्ग की लीग राउरकेला (ओडिशा) व महिला वर्ग की रांची (झारखंड) में होगी। लीग के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 16-17 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली में होना प्रस्तावित है।
अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने बताया कि लीग में पुरुषों में आठ टीमों को व महिलाओं में 6 टीमों को जगह मिलेगी, जिनके बीच राउंड रॉबिन लीग के आधार पर मुकाबले होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हॉकी की बेहतरी के लिए हम जोनल ग्रास रुट प्रोग्राम को बेहतर रुप प्रदान करेंगे। महासचिव भोलानाथ सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश का हॉकी में काफी उल्लेखनीय योगदान है और हमारी योजना निकट भविष्य में लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट कराने की योजना है। हम यूपी में हॉकी को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे।
इसके साथ ही लास एजेंल्स ओलंपिक-2028 को देखते हुए हम प्रतिभाशाली संभावित खिलाड़ियों का एक पूल बनाकर उनकी ट्रेनिंग कराएंगे क्योंकि उससे पहले एशियन गेम्स व वर्ल्ड कप जैसे महत्वपूर्ण आयोजन भी होंगे। इसके साथ ही एजीएम में अधिकारियों ने सीनियर और जूनियर पुरुषों और महिलाओं में भारतीय राष्ट्रीय टीमों द्वारा की गई प्रगति, भारत में आगामी आयोजनों और जमीनी स्तर पर विकास कार्यक्रमों पर भी चर्चा की।