नई दिल्ली। आर्थिक र्मोचे (Economic front) पर झटका (shock) लगने वाली खबर है। निर्यात में गिरावट (Export decline) दर्ज हुई है। देश के वस्तुओं का निर्यात (Country export of goods.) जुलाई महीने में सलाना आधार पर 1.2 फीसदी घटकर (1.2 percent decline) 33.98 अरब डॉलर ($33.98 billion) रहा है। पिछले साल के इसी महीने में यह 34.39 अरब डॉलर रहा था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को जारी आंकड़ों में बताया कि देश के वस्तुओं का निर्यात जुलाई महीने में 1.2 फीसदी घटकर 33.98 अरब डॉलर रहा है। वहीं, आयात जुलाई में करीब 7.45 फीसदी बढ़कर 57.48 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल इसी महीने में 53.49 अरब डॉलर रहा था। आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान देश का व्यापार घाटा (कुल निर्यात और कुल आयात का अंतर) 23.5 अरब डॉलर रहा है।
मंत्रालय के मुताबिक जुलाई 2024 में देश का कुल निर्यात (वस्तुओं और सेवाओं संयुक्त) 62.42 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो जुलाई 2023 की तुलना में 2.81 फीसदी की सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। इसी तरह जुलाई 2024 में कुल आयात (वस्तुओं और सेवाओं संयुक्त) 72.03 अरब अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जो जुलाई 2023 की तुलना में 7.14 फीसदी की सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने आंकड़े जारी करने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा रुझानों को देखने से पता चलता है कि देश का कुल माल एवं सेवा निर्यात पिछले साल के आंकड़े को पार कर जाएगा। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले चार महीने (अप्रैल-जुलाई) के दौरान निर्यात 4.15 फीसदी बढ़कर 144.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जबकि आयात 7.57 फीसदी बढ़कर 229.7 अरब डॉलर रहा है।
उल्लेखनीय है कि देश का वस्तु निर्यात जून में 2.56 फीसदी बढ़कर 35.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। हालांकि, इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 20.98 अरब डॉलर हो गया था।