– गाड़ियों की जब्ती के आदेश
उज्जैन। नागपंचमी के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई। देवास से भाजपा विधायक गायत्री राजे का बेटा विक्रम सिंह मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए वाहनों के काफिले के साथ महाकाल महालोक में घुस गया। एक साथ कई गाड़ियों को भीतर घुसते देख मौके पर मौजूद कलेक्टर और एसपी सन्न रह गए। उन्होंने दौड़ लगाकर गाड़ियों को रोका। इसके बाद उन्होंने गाड़ी के ड्राइवरों को जमकर फटकार लगाई और गाड़ियों को जब्तकर थाने पहुंचा दिया और सभी गाड़ियों पर चालानी कार्रवाई करने के आदेश दिए। इस दौरान कलेक्टर और एसपी की उनसे बहस भी हुई।
दरअसल, नागपंचमी पर महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट साल में केवल एक बार 24 घंटे के लिए खुलते हैं। शुक्रवार को नागपंचमी पर्व पर लाखों श्रद्धालु महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इसी को देखते हुए प्रशासन ने यातायात के विशेष इंतजाम किए थे। मंदिर परिक्षेत्र के अधिकांश मार्गों पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित था, वहीं कुछ मार्ग एकांकी थे।
इसके बावजूद देवास से भाजपा विधायक गायत्री राजे का बेटा विक्रम सिंह दोपहर 3.30 बजे सुरक्षा इंतजामों को दरकिनार करते हुए वाहनों के काफिले के साथ नीलकंठ द्वार से महाकाल महालोक में घुस गया। यहां कंट्रोल रूम के पास वीआईपी गाड़ियों को रोका जाता है। यहीं से वीआईपी पैदल या ई-कार्ट से मंदिर तक जाते हैं, लेकिन विक्रम सिंह ने ऐसा नहीं किया। वह गाड़ियों का काफिला कंट्रोल रूम से ले जाते हुए महाकाल लोक तक लेकर गया। यहां से वह मानसरोवर तक पहुंच गया। इस दौरान वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों में अफरा-तफरी मच गई।
कंट्रोल रूम के पास कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। एक साथ कई गाड़ियों को भीतर आते देख मौके पर मौजूद कलेक्टर नीरज कुमार सिंह व एसपी प्रदीप शर्मा ने तुरंत गाड़ियों को रुकवाया और चालकों को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद वाहनों को जब्त कर लिया गया।
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि गाड़ियों के काफिले ने अनधिकृत प्रवेश किया है। सभी को जब्त कर थाने पहुंचाया गया है। सभी पर चालानी कार्रवाई की जाएगी।
नागपंचमी पर भारी भीड़ के बीच वीआईपी श्रद्धालुओं को प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के बीच विवाद और कहासुनी होती रही। देर शाम को भी कुछ भाजपा नेताओं का पुलिस अधिकारियों से विवाद हो गया। बाद में मामला शांत हुआ। इस बीच कांग्रेस नेताओं ने दर्शन व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों पर धांधली के आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि भक्त आठ-आठ घंटे लाइन में लगकर दर्शन कर रहे हैं और बीजेपी विधायक का बेटा गाड़ियों को महाकाल लोक के अंदर तक ले जा रहा है। हालांकि, कलेक्टर और एसपी ने एक्शन लेते हुए गाड़ियों को रोक दिया, लेकिन भगवान के मंदिर में इस तरह की घटना से छवि खराब होती है। ये गलत है।
हालांकि, हंगामे के बाद विक्रम सिंह ने माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि गलती से नो एंट्री में घुस गए थे। गलत टर्न ले लिया था। सब पुलिसवाले पहचानते थे। उन्होंने कहा कि गलती तो हुई है। हमने कहा कि जितना भी फाइन होता है हमसे ले लीजिए। फाइन आधे घंटे में भर देंगे।
चार लाख भक्तों ने किए नागचंद्रेश्वर के दर्शन
महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट नाग पंचमी पर साल में एक बार ही खुलते हैं। नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट गुरुवार रात 12 बजे खोल दिए गए थे। सबसे पहले श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरि महाराज और श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने त्रिकाल पूजा की। करीब एक घंटे चली त्रिकाल पूजा और भोग लगाने के बाद आम लोगों को दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश दिया गया। शाम तक चार लाख से ज्यादा श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर चुके हैं। अभी भी दर्शन के लिए लंबी कतार लगी हुई है। रात 12 बजे तक दर्शन का सिलसिला चलेगा।