Friday, September 20"खबर जो असर करे"

समाज के साथ उत्साह और आनंद के साथ मनाए जाएंगे सभी त्यौहार: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

– सेमलीचाचा का नाम अब सेमलीधाम होगा- मुख्यमंत्री ने की घोषणा

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में त्योहारों की परंपरा अद्भुत (Amazing tradition of festivals) है। प्रदेश सरकार द्वारा निर्णय लिए गया हैं कि सभी त्यौहार समाज के साथ उत्साह और आनंद के साथ मनाएं जाएंगे। प्रदेश में मकर संक्रांति, गुड़ी पड़वा और गुरु पूर्णिमा का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाएं गए हैं। अंधेरे से प्रकाश की ओर से जाकर हमारे जीवन को सफल बनाने वाले गुरुओं के महत्व को प्रतिपादित करते हुए प्रदेश के सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया। आगामी रक्षाबंधन के पावन पर्व को 1 अगस्त से 10 अगस्त तक मेरे सहित मंत्री विभिन्न जिलों में जाकर लाड़ली बहनों से राखी बंधवाकर धूमधाम से मनाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को शाजापुर जिले के सेमलीचाचा स्थित हाटकेश्वर धाम में आयोजित रक्षाबंधन पर्व और भागवत कथा कार्यक्रम को संबोधित कर रहें थे। उन्होंने कहा कि माता-पिता के बाद सबसे सम्माननीय पद बहनों का है। मैं सभी बहनों को प्रणाम करता हूं। मुख्यमंत्री ने भगवान हाटकेश्वर के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लाडली बहनों द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और राखी बांधकर उत्साहपूर्वक रक्षाबंधन का पर्व मनाया। लाडली बहनों ने 1250 रुपये की राशि और अतिरिक्त 250 रुपये और 450 रुपये में गैस रिफिल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव को धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण का कार्य निरंतर जारी रहेगा। प्रदेश में महिलाओं के 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान निरंतर जारी रहेगा। महिलाएं, लोकसभा, विधानसभा, पंचायतों एवं स्थानीय निकायों आदि विभिन्न क्षेत्रों में अपना सशक्त नेतृत्व प्रदान करेगी। आगामी 10 अगस्त को लाड़ली बहनों के खातों में 1250 की राशि के अतिरिक्त 250 रुपये की राशि अंतरित की जाएगी। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि शुजालपुर अनुविभाग के ग्राम सेमलीचाचा का नाम अब सेमलीधाम होगा।

उन्होंने कहा कि हाटकेश्वर धाम के परम पूज्य गुरुजी पण्डित कमलकिशोर नागर अपने मुखारविंद से परमात्मा के साक्षात्कार कराने के साथ अपने वचनों से सामाजिक समरसता का भी संदेश दे रहे हैं। गुरूजी द्वारा भगवान की भक्ति के साथ नकली आडंबरों से बचने की भी शिक्षा दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि किसान भाई अपनी भूमि के महत्व को समझे और इसका सम्मान करें। अपनी जमा पूंजी को अनावश्यक कार्यों में व्यर्थ खर्च न करें।

कार्यक्रम में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार, सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी, विधायक अरुण भीमावद, विधायकगण सहित जनप्रतिनिधि एवं लाड़ली बहने उपस्थित रही।