Friday, November 22"खबर जो असर करे"

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने रिया मनी ट्रांसफर के साथ हाथ मिलाया

-आईपीपीबी ने रिया मनी ट्रांसफर के साथ शुरू की धन प्रेषण सेवा

नई दिल्ली (New Delhi)। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) (India Post Payments Bank (IPPB)) ने यूरोनेट (Euronet) के रिया मनी ट्रांसफर (Ria Money Transfer) के साथ साझेदारी में विदेशों से भारत में धन प्रेषण शुरू किया है। इसके लिए आईपीपीबी ने रिया मनी ट्रांसफर (रिया) के साथ हाथ मिलाया है, ताकि ग्रामीण भारत में धन प्रेषण की सर्विस प्रदान की जा सके।

संचार मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में बताया कि आईपीपीबी और रिया ने ग्राहकों को सुरक्षित, कुशल और सुविधाजनक अंतरराष्ट्रीय आवक धन हस्तांतरण सेवा प्रदान करने के लिए एक समझौता किया है। प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए इस सहयोग से देशभर के दूरदराज के क्षेत्रों में ग्राहकों को सुविधाजनक और सस्ती वित्तीय सेवाएं उपलब्ध होंगी।

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) आर विश्वेश्वरन ने कहा कि विदेश से धन पाने वाले व्यक्ति को खाते में राशि आने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। उन्होंने बताया कि केवल भेजने वाले (प्रेषक) को ही रिया मनी को धनप्रेषण शुल्क देना होगा।

विश्वेशरन ने कहा कि हमारा उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं से वंचित और कम बैंकिंग सेवाओं के दायरे में शामिल लोगों की अड़चनों को दूर करना है। हम अब रिया मनी ट्रांसफर के साथ साझेदारी में 25 हजार स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय धनप्रेषण सेवा शुरू कर रहे हैं। इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 1.65 लाख से अधिक स्थानों वाले हमारे समूचे नेटवर्क को इसमें शामिल कर लिया जाएगा।

वहीं, रिया मनी ट्रांसफर के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) इग्नेसियो रीड ने कहा कि कंपनी की लगभग 200 देशों में मौजूदगी है। उन्होंने बताया कि धन प्रेषण खंड में इसकी 22 फीसदी बाजार हिस्सेदारी है। रीड ने कहा कि ‘हम पिछले 10 वर्षों से भारत में काम कर रहे हैं। आईपीपीबी के साथ इस साझेदारी से हमें उम्मीद है कि भारत में हमारी मौजूदगी वाले स्थानों की संख्या लगभग 30 फीसदी बढ़ जाएगी।

उल्लेखनीय है कि भारत की 65 फीसदी आबादी सीमित वित्तीय बुनियादी ढांचे वाले ग्रामीण इलाकों में रहती है। इन परिवारों को अपने अंतरराष्ट्रीय आवक प्रेषण धन को निकालने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। आईपीपीबी और रिया की साझेदारी से लोगों को अपने दरवाजे पर बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच बढ़ेगी।