Friday, September 20"खबर जो असर करे"

उपचुनाव: कांग्रेस के हाथ फिलहाल खाली, क्या गोंडवाना देगी बीजेपी को टक्कर

भोपाल। लोकसभा चुनाव के बाद मध्य प्रदेश में अमरवाड़ा उपचुनाव की तैयारियां हो रही हैं. प्रदेश की इस विधानसभा सीट पर हमेशा मुकाबला त्रिकोणीय होता है. इस सीट पर बीजेपी पहले ही कमलेश शाह को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. उसके बाद अब इस सीट पर दमखम रखने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने देवरावेन भलावी को प्रत्याशी घोषित किया है. देवरावेन ने इस साल लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था. उन्हें इस चुनाव में 50 हजार वोट मिले थे.

दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के पास प्रत्याशी का अभाव है. कांग्रेस पार्टी और कमलनाथ ने अमरवाड़ा की पूरी कमान विधायक कमलेश शाह के हाथ में दे रखी थी. लेकिन, कमलेश शाह कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में जा चुके हैं. अब ऐसे में कांग्रेस के हाथ फिलहाल खाली हैं. हालांकि, पार्टी में 3 से 4 स्थानीय नामों पर चर्चा जारी है. कांग्रेस में युवक कांग्रेस अध्यक्ष एकलव्य आहाके, जिला पंचायत सदस्त चंपालाल खुर्चे और विनय भारती के नामों पर विचार हो रहा है.

बता दें कि अमरवाड़ा सीट पर हमेशा त्रिकोणी मुकाबला होता है. कांग्रेस, बीजेपी के अलावा यहां मनमोहन शाह बट्टी की गोंडवाना पार्टी का भी अच्छा खासा वजूद है. स्व. मनमोहन शाह बट्टी अमरवाड़ा से विधायक भी थे. साल 2023 के विधानसभा चुनाव में जहां स्व मनमोहन शाह की बेटी मोनिका बट्टी ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, तो वहीं गोंडवाना से देव रावेंद्र भलावी ने चुनाव लड़ा और 20 हजार के लगभग मत प्राप्त किए. 2024 लोकसभा चुनाव में भी गोंडवाना पार्टी को पूरे जिले से 50 हजार से ज्यादा वोट मिले थे.

बीजेपी संगठन अब उपचुनाव की तैयारी में जुट चुका है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ पार्टी में शामिल हुए अमरवाड़ा विधायक राजा कमलेश शाह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. कमलेश शाह हर्रई जागीर के राज घराने से आते हैं. वे साल 2013 से अमरवाड़ा के विधायक हैं. अमरवाड़ा विधानसभा छिंदवाड़ा जिले का आदिवासी बाहुल्य इलाका है.
यह विधानसभा सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित भी है. राजवंश का होने की वजह से कमलेश शाह को यहां समर्थन मिलता है. इसी वजह से वे साल 2013 से लगातार विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं. साल 2023 के विधानसभा चुनाव मे कमलेश शाह 25000 से ज्यादा मतों से जीते थे. अगर वे ये उपचुनाव जीत जाते हैं तो प्रदेश की मोहन सरकार उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है.

YRKKH फेम प्रतीक्षा होनमुखे ने डेटिंग को लेकर तोड़ी चुप्‍पी
मुंबई। ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ का लेटेस्ट सीजन काफी शानदार रहा है। प्रणाली राठौड़ और हर्षद चोपड़ा के बाद, शहजादा धामी और समृद्धि शुक्ला शो में लीड रोल में आए। हालांकि, शहजादा और समृद्धि की केमिस्ट्री के प्रशंसकों के प्यार में पड़ने के बाद, निर्माताओं ने मेल लीड को बदलने का फैसला किया। शहजादा धामी के बाहर होने से बड़ा विवाद खड़ा हो गया। उनके साथ, प्रतीक्षा होनमुखे को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। ऐसी अफवाहें थीं कि शहजादा और प्रतीक्षा डेटिंग कर रहे थे। अब, प्रतीक्षा होनमुखे ने इस बात पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए सफाई दी है।

प्रतीक्षा होनमुखे ने डेटिंग अफवाहों पर तोड़ी चुप्पी
प्रतीक्षा होनमुखे ने शहजादा धामी संग डेटिंग की अफवाहों पर रिएक्ट किया है। एक्ट्रेस ने कहा है कि, ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है में अरमान की भूमिका निभाने वाले शहजादा धामी को वो डेट नहीं कर रही हैं। उन्होंने ये भी खुलासा किया कि वह उनके साथ अच्छी बॉन्ड शेयर करती हैं क्योंकि वह वो इस शो के सेट पर उनके पहले दोस्त थे।’

शहजादा धामी पर बोली प्रतीक्षा होनमुखे
प्रतीक्षा होनमुखे ने कहा,’शहजादा धामी ने जिस तरह से मेरी मदद की जिस तरह से वह मेरे साथ थे, उस वजह से हमारे बीच एक अच्छी बॉन्ड बन गई। यदि आप किसी व्यक्ति के साथ खुश और कॉम्फ्टेबल हैं तो ये बहुत नोर्मल बात है कि आपके रिश्ते अच्छे हो जाते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम दोनों एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं।’

प्रतीक्षा होनमुखे का नया शो
‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ एपिसोड के बाद प्रतीक्षा होनमुखे को अब एक और टीवी धारावाहिक मिल गया है। ‘कैसे मुझे तुम मिल गई’ में नजर आ रही हैं। शहजादा ने प्रतीक्षा को नए शो में काम मिलने पर सोशल मीडिया पर बधाई भी दी है। ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ के बाद उन्होंने अभी तक अपने अगले बड़े प्रोजेक्ट की घोषणा नहीं की है।