– हर घर तिरंगा-हर दुकान तिरंगा अभियान से जुड़ेंगे 40 हजार कारोबारी संगठन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘हर घर तिरंगा’ अभियान अब लोगों के घर-घर और दिलों तक पहुंचने लगा है। इसकी एक बानगी राजधानी दिल्ली के कनाट प्लेस में भी देखने को मिली। कारोबारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के आह्वान पर कारोबारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं और बच्चों ने बारिश के माहौल के बीच तिरंगा मैराथन दौड़ में भाग लिया।
कैट ने रविवार को तिरंगा मैथान की शुरुआत करते हुए कहा कि यह अभियान देशभर में 15 अगस्त तक चलेगा। रैली का नेतृत्व करते हुए कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने पूरे देश में हर घर तिरंगा-हर दुकान तिरंगा का उद्घोष किया। इस अवसर पर कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने बताया कि आज से 15 अगस्त तक दिल्ली के विभिन्न बाज़ारों में 100 से ज्यादा तिरंगा मार्च लिकाले जाएंगे।
खंडेलवाल ने बताया कि इस दौरान तिरंगा झंडा लगाकर पूरी दिल्ली के बाजारों को राष्ट्रभक्ति के रंग में रंगा जाएगा। दस अगस्त को ऐतिहासिक लालकिले मैदान से शहीद स्मारक होते हुए इंडिया गेट तक एक तिरंगा रैली निकाली जाएगी। इसके साथ ही 11 अगस्त को लालकिले से लाहौरी गेट तक कारोबारियों का एक तिरंगा पैदल मार्च भी निकाला जाएगा।
खंडेलवाल ने तिरंगा मैराथन रैली का नेतृत्व करते हुए कहा कि आज़ादी के 75वें साल में पूरी दुनिया में यह पहला अवसर होगा, जब कोई देश अपने राष्ट्रध्वज के सम्मान और गरिमा में एकजुटता के साथ खड़ा होगा। कैट महामंत्री ने बताया कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत देशभर में आज से 40 हजार ज्यादा व्यापारी संगठन बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसमें तिरंगा दौड़, तिरंगा रैली, तिरंगा मशाल जलूस, वीर सेनानियों का सम्मान जैसे अनेक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया है कि केवल तिरंगा ही देश को एक कर सकता है।
कारोबारियों के तिरंगा मैराथन में युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, युवतियां और छोटे बच्चे भी शामिल हुए। इन सभी ने तिरंगा दौड़ में भाग लेकर तिरंगे के प्रति अपना सम्मान प्रदर्शित किया। खंडेलवाल ने बताया कि इस दौरान देशभक्ति के गानों पर मैराथन में शामिल लोगों का नृत्य तिरंगा दौड़ को और भी आकर्षक बना रहा था। लोगों के उत्साह का आलम ये था कि दौड़ सुबह 7 बजे शुरू होनी थी, लेकिन लोगों की ऊर्जा ने समय से आधा घंटा पहले ही इस दौड़ की शुरुआत कर दी। (एजेंसी, हि.स.)