भोपाल (Bhopal)। उज्जैन (Ujjain) स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर (Jyotirlinga Lord Mahakaleshwar located) के मंदिर में बुधवार को नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) को तीसरी बार प्रधानमंत्री (Prime Minister third time) बनाने के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया। पुजारियों ने गर्भगृह में शिवलिंग के सामने मोदी का फोटो रखकर आधे घंटे तक पूजन किया। वहीं, मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीते भाजपा के नवनिर्वाचित सांसदों को गुरुवार को दिल्ली बुलाया गया है।
दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी नरेन्द्र मोदी को एक बार फिर से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने भगवान महाकाल के चरणों में उनकी फोटो रखकर कामना की है। मंदिर के पुजारी आकाश गुरु ने बताया कि देश का मान-सम्मान बढ़ाने और विकास कार्य देशभर कराने वाले मोदी को फिर से पीएम बनना चाहिए। उनके लिए जलाभिषेक पूजन और पंचामृत पूजन किया गया है।
पुजारियों का कहना है कि मोदी के प्रधानमंत्री रहते हुए हमारा देश एक बार फिर विश्व गुरू बनने की राह पर है। इसमें कोई रोड़ा नहीं आना चाहिए। उन्होंने देश का गौरव बढ़ा दिया है। इस काम में अब कोई अड़चन नहीं आनी चाहिए। बाबा महाकाल अज्ञात-ज्ञात सभी शत्रुओं का नाश कर देते हैं, इसलिए उनके चरणों में अपनी अर्जी दी है।
वहीं, दिल्ली में एनडीए के बीच सरकार गठन को लेकर कवायद तेज चल रही है। मध्यप्रदेश में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया है। यहां की सभी 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा को रिकॉर्ड जीत मिली है। मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीते भाजपा के नवनिर्वाचित सांसदों को गुरुवार को दिल्ली बुलाया गया है। सभी 29 सांसद गुरुवार शाम को दिल्ली पहुंच जाएंगे। शुक्रवार को दिल्ली में सुबह 11 बजे भाजपा और एनडीए के सभी सांसदों की बैठक होगी।
जनता की सेवा करता रहूंगाः शिवराज
विदिशा लोकसभा सीट से भाजपा के विजयी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान बुधवार को विदिशा पहुंचे। यहां उन्होंने गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनता के प्यार और आशीर्वाद के लिए मैं जनता को प्रणाम करता हूं। विकसित भारत के लिए, विकसित विदिशा बनाने के लिए मैं खुद को समर्पित करता हूं।
मध्य प्रदेश को मिल सकते हैं केंद्र में चार मंत्री पद
इधर, लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप के बाद अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश का वजन बढ़ने की संभावना है। संभावना है कि जोरदार परिणाम देने के बाद मध्य प्रदेश को केंद्रीय मंत्रिमंडल में अधिकतम चार पद मिल सकते हैं। हालांकि, मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में प्रदेश के पांच मंत्रियों को स्थान मिला हुआ था। इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, वीरेंद्र खटीक और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं।
प्रदेश से तीन आदिवासी महिलाएं लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में पहुंची हैं। इनमें शहडोल से हिमाद्री सिंह और धार से सावित्री सिंह के अलावा अनीता नागर चौहान शामिल हैं। इनमें हिमाद्री या अनीता को मौका दिया जा सकता है। पार्टी नेताओं का मानना है कि आदिवासी वर्ग में अब नया नेतृत्व तैयार करना आवश्यक है इसलिए किसी महिला को मंत्री बनाने से दो बात बन जाएगी। पहला आदिवासी वर्ग में नया नेतृत्व खड़ा कर लिया जाएगा और दूसरा महिला को कोटा भी बढ़ जाएगा।
शिवराज को मिल सकती है बड़ा पद
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का उपयोग संगठन में किया जाएगा या फिर सत्ता में इस पर निर्णय होना भी बाकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि मैं शिवराज जी को दिल्ली ले जाना चाहता हूं। ऐसे में उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा पद मिल सकता है। उनके समर्थक ज्यादातर अनुमान यही लगा रहे हैं कि शिवराज को मोदी कैबिनेट में अहम विभाग मिलेगा।
सिंधिया का मंत्री कोटा तय
ज्योतिरादित्य सिंधिया का कैबिनेट में बने रहना तय माना जा रहा है। वहीं, विष्णुदत्त शर्मा को भी कैबिनेट में रखा जा सकता है। उनको कैबिनेट में स्थान नहीं मिलता है तो कुछ दिनों तक वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर ही बने रहेंगे।