Friday, November 22"खबर जो असर करे"

धारःभोजशाला में 70वें दिन खुदाई में मिले स्तंभों के अवशेष और पुराने बर्तनों के टुकड़े

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (Madhya Pradesh High Court) की इंदौर खंडपीठ (Indore Bench ) के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला (historical Bhojshala of Dhar) में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग (Archaeological Survey of India (ASI) Department) का सर्वे (Survey) गुरुवार को 70वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के नौ अधिकारियों की टीम 39 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।

ज्ञानव्यापी की तर्ज चल रहे सर्वे के 70वें दिन खुदाई का काम जारी रहा। आज दो स्थानों पर दिनभर काम चला। गर्भ ग्रह एवं यज्ञ कुंड के बिल्डिंग के दक्षिण एवं उत्तरी भाग में मिट्टी हटाने का काम किया गया गया, साथ ही गर्भ ग्रह में दीवारों पर जो प्राचीन लोक संस्कृति के भित्ति चित्र बने हुए हैं, उनकी फोटोग्राफी की गई और वीडियोग्राफी की गई। खुदाई के दौरान उत्तरी भाग में खंभे के अवशेष मिले हैं। जिसे सर्वे टीम ने सुरक्षित कर लिया है। वहीं, कुछ पुराने बर्तनों के टुकड़े भी मिले हैं।

सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला में एएसआई के वैज्ञानिक पद्धति से चल रहे सर्वेक्षण को दो माह से अधिक का समय बीत चुका है। मशीनों का उपयोग भी हो चुका हैं। जीपीआर सर्वे की प्रारंभिक रिपोर्ट का अवलोकन किया जा रहा है। आज दो स्थानों पर दिनभर मिट्टी हटाने का काम जारी रहा। उन्होंने बताया कि उत्तरी भाग में एक खंभे का पुराना अवशेष टुकड़ा मिला है। जिसको सर्वे टीम ने सुरक्षित किया है। यह खंभे का टुकड़ा दो बाय दो का है। उसमें संस्कृति से जुड़ी आकृतियां बनी हुई है।

वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद के अनुसार, उत्तर दिशा में खुदाई का काम जारी रहा। स्मारक के अंदर की तरफ जो ट्रेंच है, उसकी ब्रशिंग और क्लीनिंग की गई। दूसरी ट्रेंच बंद थी। कुछ स्थानों की नपती की गई है। कुछ मोल्डिंग के टुकड़े निकले, पुराने बर्तनों के टुकड़े निकले हैं। जिसे टीम सुरक्षित कर लिया है।