महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि पहलवान साक्षी मलिक शुक्रवार को सुबह लगभग 11 बजे सत्यव्रत कादियान के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंची थीं। यहां उन्होंने नंदी हॉल से भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। पूजन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित शैलेंद्र शर्मा ने संपन्न कराया। मंदिर में साक्षी और सत्यव्रत भगवान महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए। यहां भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद दोनों पहलवान कोटि तीर्थ स्थित भैरव मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजन करने के बाद भैरव जी के कानों में अपनी मनोकामना कही।
इस मौके पर साक्षी मलिक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जैसा सोचकर आई थी, उससे भी अच्छी व्यवस्था श्री महाकालेश्वर मंदिर की है। यहां भगवान महाकाल के काफी अच्छे से दर्शन हुए। मेरा पूरा परिवार खुशहाल रहे और आगे बढ़ता रहे, बस यही कामना भगवान महाकाल से की है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में तो खिताब जीत लिया है, लेकिन अब खुद के अखाड़े को आगे बढ़ाना चाहूंगी। उन्होंने महिलाओं को संदेश दिया कि जब आप हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तो फिर कुश्ती में भी अपना भाग्य जरूर आजमाएं।
साक्षी मलिक ने वर्ष 2016 में ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कांस्य पदक जीता था। वे ओलंपिक में पदक जीतने वालीं पहली महिला पहलवान हैं। सत्यव्रत कादियान ने वर्ष 2010 में पहली बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था और कांस्य पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता। उन्हें वर्ष 2017 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। (हि.स)