Friday, November 22"खबर जो असर करे"

मप्र में गर्मी के तीखे तेवर बरकरार, 45 डिग्री तापमान के साथ रतलाम रहा सबसे गर्म

– 17 जिलों में 43 से 45 डिग्री के बीच दर्ज किया गया अधिकतम तापमान

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इन दिनों भीषण गर्मी (Extreme heat.) पड़ रही है। बुधवार को भी प्रदेश में भीषण गर्मी (Extreme heat) का दौर जारी रहा। इस दौरान प्रदेश में सबसे अधिक 45 डिग्री सेल्सियस तापामन (45 degree Celsius temperature) रतलाम (Ratlam) में दर्ज किया गया। लगातार दूसरे दिन रतलाम प्रदेश में सबसे गर्म रहा। वहीं, धार में लू चली। प्रदेश के 17 शहरों में अधिकतम तापमान 43 से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकार्ड किया गया।

राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां बुधवार को दिन का तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो इस सीजन का सबसे अधिक रहा। हालांकि, दिनभर तपने के बाद राजधानी भोपाल में शाम को तेज हवाओं के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। नए शहर में 0.2 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। मलाजखंड में सात मिलीमीटर वर्षा हुई।

इंदौर में बुधवार को तापमान 43.4 डिग्री रहा। लू और उमस ने इस दौरान लोगों को परेशान कर दिया। रात का तापमान भी 29 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का इस तरह का मिजाज 25-26 मई तक बने रहने के आसार हैं। इसके बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से नौतपा में राहत मिल सकती है।

इंदौर, भोपाल के अलावा बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान ग्वालियर में 43.7 डिग्री, उज्जैन में 43.8 डिग्री और जबलपुर में पारा 42 डिग्री रहा। वहीं, शिवपुरी, सागर, नौगांव, दतिया, गुना, खजुराहो, खंडवा, खरगोन, शाजापुर, दमोह और धार में तापमान 44 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया। इधर भोपाल के साथ सीहोर के बुधनी में भी बारिश हुई। मौसम विभाग ने बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट में आंधी-बारिश का अलर्ट भी जारी किया है।

भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में एक नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास चक्रवात के रूप में बना हुआ है। पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तरी मध्य प्रदेश, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इसी चक्रवात से एक अन्य द्रोणिका दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश से मध्य महाराष्ट्र होते हुए उत्तरी कर्नाटक तक बनी हुई है।

वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के अधिकतर शहरों में आंशिक बादलों के आने और कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बूंदाबांदी भी हो रही है। इसके बाद भी तपिश बरकरार है। विशेषकर भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल एवं रीवा संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी तीन-चार दिन तक बनी रहने की संभावना है।