नई दिल्ली (New Delhi)। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के बीच रोजगार (employment) के र्मोचे पर अच्छी खबर है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) (Employees’ Provident Fund Organization – EPFO). ने मार्च में नेट (शुद्ध रूप से) 14.41 लाख सदस्य जोड़े हैं। सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय ईपीएफओ ने यह जानकारी दी है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि ईपीएफओ के ताजा पेरोल आंकड़ों के मुताबिक मार्च महीने में शुद्ध रूप से 14.41 लाख नए सदस्य जोड़े गए हैं। मंत्रालय के मुताबिक मार्च, 2024 के दौरान लगभग 7.47 लाख नए सदस्य जुड़े हैं। मार्च में जोड़े गए कुल नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग की 56.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ईपीएफओ के पेरोल आंकड़ों से पता चलता है कि लगभग 11.80 लाख सदस्य कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से बाहर चले गए, जो बाद में फिर से शामिल हो गए। आंकड़ों के मुताबिक 7.47 लाख नए सदस्यों में लगभग दो लाख महिला सदस्य हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने कहा कि ईपीएफओ के पेरोल आंकड़े अस्थायी है, क्योंकि आंकड़े जमा करने की प्रक्रिया लगातार चलती है।