Monday, November 25"खबर जो असर करे"

पान शादीशुदा पुरुषों की बढ़ाता है मर्दाना ताकत

नई दिल्ली। भारत (India) में पान (Betel) का सेवन काफी मात्रा में किया जाता है. कुछ जगहों पर तो शादी-ब्याह में पान खाना (paan at wedding) काफी शुभ(Lucky) माना जाता है. पान का इस्तेमाल पूजा-पाठ (Worship using betel leaves) आदि शुभ कार्यों में भी किया जाता है. कई जगहो पर पान खाना एक परंपरा (eating paan is a tradition) का हिस्सा है. वहां पर घर आए लोगों को भोजन के बाद पान परोसा जाता है. जिसे खाना स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा माना जाता है.

बहुत कम लोगों को पता होगा कि पान (Betel) खाना पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने में मददगार होता है. दरअसल पान के पत्तों में एंटी-डायबिटिक, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-इंफेक्टिव, एंटी-सेप्टिक और दुर्गंध दूर करने वाले गुण पाए जाते हैं. इसलिए पान को खाने से टेस्टोस्टोरोन (Testosterone) हार्मोन का स्तर भी बढ़ता है. जिससे पुरुषों में लिबिडो बढ़ता है. इससे पुरुषों में यौन शक्ति में काफी इजाफा होता है. यही वजह है कि शादीशुदा मर्दों को रात में सोने से पहले इसे खाने की सलाह दी जाती है.

पान खाने के और भी कई फायदे हैं. भोजन के बाद पान खाने से हमारी पाचन क्रिया सही रहती है. इससे बॉडी को फूड को पचाने में मदद मिलती है. भोजन के बाद पान का एक पत्ता खाने से पेट में दर्द, गैस और सीने में जलन जैसी समस्याओं से राहत मिल जाती है. यही वजह है कि देश के कई हिस्सों में भोजन के बाद पान खाना रिवाजों में शामिल हो गया है.

पान के पत्तों (Betel) का इस्तेमाल घाव को जल्दी भरने के लिए भी किया जाता है. दरअसल पान के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होता है, जो घाव को जल्दी भरने में मदद करता है. अगर कभी आपको भी चोट लग जाए तो आप पान के पत्ते का रस निकालकर घाव पर लगाएं और फिर उसे पान के पत्ते से ढक कर पट्टी बांध लें. कुछ ही समय बाद घाव भरना शुरू हो जाएगा.

कब्ज आजकल की कॉमन समस्या है. यह हमारी बिगड़ी हुई लाइफ स्टाइल से जुड़ी हुई समस्या है. अगर आप भी कब्ज से परेशान रहते हैं तो कुछ दिनों तक भोजन करने के बाद नियमित रूप से पान (Betel) का सेवन करें. इसके साथ ही आप पान के पत्ते के टुकड़े करके एक गिलास पानी में डालकर रातभर रख दें. अगली सुबह खाली पेट इस पानी को पी लें. इससे आपको निश्चित रूप से लाभ होगा.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. अग्निबाण इन नुस्खों की पुष्टि नहीं करता है.)