उज्जैन (Ujjain)। बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) द्वारा ली गई तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले (Teacher recruitment exam paper leak case) में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) से पांच आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पांचों आरोपित बिहार के रहने वाले हैं। यह पेपर लीक मामले के बाद से फरार थे। दो दिन पहले उज्जैन में लोकेशन ट्रेस होने के बाद उज्जैन पुलिस की मदद से आरोपितों को पकड़कर टीम शनिवार को उन्हें अपने साथ बिहार ले गई।
उज्जैन के नीलगंगा थाना प्रभारी विवेक कानोडिया ने बताया पांच आरोपियों में चार युवक और एक महिला शामिल हैं। बिहार से आई ईओयू की विशेष टीम ने पांचों को उज्जैन से गिरफ्तार किया है। इनके विरुद्ध परीक्षा में गड़बड़ी और पेपर लीक से जुड़े अहम साक्ष्य मिले हैं। यह पांचों पेपर लीक गैंग के सक्रिय व महत्वपूर्ण सदस्य बताये जा रहे हैं। ईओयू की टीम सभी को पटना लेकर रवाना हो गई है।
पकड़े गए आरोपितों में 28 वर्षीय प्रदीप कुमार पुत्र सूर्यमनी प्रसाद निवासी ग्राम शाहपुर बलवा, थाना नगर नौसा, 28 वर्षीय बल्ली उर्फ संदीप कुमार पुत्र रणवीर पासवान निवासी गोसाई मठ, थाना नगर नौसा, 28 वर्षीय डॉ शिव कुमार उर्फ बिट्टू, पुत्र संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया निवासी शाहपुर बलवा, थाना नगर नौसा और 28 वर्षीय तेज प्रकाश पुत्र कृष्णदेव प्रसाद निवासी पुलिस थाना कराय परशुराय, जिला नालंदा बिहार शामिल हैं। महिला की पहचान गुप्त रखी गई है।
बताया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) पेपर लीक मामले में कुछ दिनों पहले हजारीबाग और पटना से गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ में इनका सुराग मिला था। इसके बाद से ही ईओयू इनकी तलाश कर रही थी। इसी बीच पेपर लीक से जुड़े इन पांचों प्रमुख आरोपितों के उज्जैन में होने की जानकारी मिली थी। हरि फाटक ब्रिज के यहां से आरोपितों के निकलने की सूचना मिलने पर उनकी घेराबंदी की गई और उन्हें धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद शनिवार को सभी को उज्जैन कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने ईओयू के आवेदन पर सभी पांच आरोपितों को 22 अप्रैल तक ट्रांजिट रिमांड पर सौंपा है। रिमांड मिलने के बाद इनसे शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में विस्तृत पूछताछ की जाएगी। पूछताछ में पेपर लीक मामले से जुड़े कई अहम राज खुलने की संभावना है।