Friday, November 22"खबर जो असर करे"

धारः भोजशाला में 23वें दिन भी जारी रहा एएसआई सर्वे, मुस्लिम समाज ने पढ़ी नमाज

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (Madhya Pradesh High Court) की इंदौर खंडपीठ (Indore Bench ) के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला (historical Bhojshala of Dhar) में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग (Archaeological Survey of India (ASI) Department) का सर्वे (Survey) शुक्रवार को 22वें दिन भी जारी रहा। जुमे की नमाज के चलते दिल्ली और भोपाल के 18 अधिकारियों की टीम 28 मजदूरों के साथ सुबह छह बजे भोजशाला परिसर में पहुंची। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब छह घंटे काम किया। इसके बाद दोपहर 12 बजे टीम यहां से रवाना हो गई। इस दौरान सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे। शुक्रवार होने की वजह से यहां नमाज पढ़ी गई। इसके चलते पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया गया था। भोजशाला में नमाज दोपहर एक बजे से तीन बजे तक पढ़ी गई।

भोजशाला में एएसआई की टीम ने सर्वे के दौरान मैपिंग, मेजरमेंट के साथ खुदाई और कार्बन डेटिंग की प्रोसेस से सर्वे किया है। अब एएसआई की टीम आधुनिक उपकरणों से सर्वे को आगे बढ़ाएगी। सर्वे दल ने बीते दिनों जो साक्ष्य जुटाए हैं, उन्हें जल्द ही परीक्षण के लिए उच्चस्तरीय लैब में भेजा जाएगा इससे भोजशाला के कालखंड की जानकारी सामने आने में मदद मिलेगी, इधर भोजशाला परिसर स्थित अकल कुई यानी कूप का लगातार चौथे दिन सर्वे किया गया। सर्वे टीम इन दिनों इसी कुई पर फोकस कर रही है।

भोजशाला और उसके परिसर में चल रहे सर्वे को शुक्रवार को 22 दिन पूरे हो चुके हैं। इस बीच सर्वे दल ने कई ऐसे साक्ष्य जुटाए हैं, जो निर्णायक साबित होंगे। इंदौर हाईकोर्ट आदेश के तहत छह सप्ताह के भीतर एएसआई को सर्वे कर कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत करना है, लेकिन अभी सर्वे का काम आधा भी नहीं हो पाया है। सर्वे के 22वें दिन टीम ने यहां छह घंटे तक सर्वे किया। यहां नमाज शुरू होने से पहले टीम वापस लौट गई। सर्वे टीम के जाने के बाद नमाज़ समाज के लोगो का नमाज के लिए आना शुरु हो गया था। सुरक्षा की दृष्टि से भोजशाला और उसके परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला के गर्भगृह के साथ पिछले और अन्य हिस्सों में टीम सर्वे कर रही है। आगामी दिनों में आधुनिक मशीनों से भी सर्वे होगा, जिसमें कुछ नए सदस्य भी शामिल होंगे। एएसआई की टीम वैज्ञानिक तरीके से सर्वे कर रही है। इसके तहत खुदाई, मैपिंग, स्कैनिंग मेजरमेंट जैसे कई काम किए जा रहे हैं। एएसआई की टीम ने भोजशाला की 50 मीटर की परिधि में भी चारों तरफ सर्वे शुरू कर दिया है। टीम को अभी तक भोजशाला की अकल कुई की ओर वाली दीवार पर गौमुख मिला है। यहां उर्दू, अरबी, फारसी लिखे शिलालेख भी मिले हैं। इनके अलावा उन्हें एक और दीवार भी मिली है। अभी सर्वे का आधा काम भी नहीं हो पाया है। सर्वे टीम को 29 अप्रैल को कोर्ट में रिपोर्ट पेश करना है। आवश्यकता के अनुसार टीम समय भी बढ़ाने की मांग कर सकती है।

दोबारा सर्वे की जरूरत क्या हैः शहर काजी
वहीं, शुक्रवार को नमाज के बाद भोजशाला परिसर से बाहर आए शहर काजी वकार सादिक ने एएसआई के सर्वे पर सवाल उठाया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एएसआई पूर्व में भी इसका सर्वे कर चुकी है, तो दोबारा सर्वे करने की जरूरत क्या है? वहीं अकल कुई के बारे में उन्होंने कहा कि अकल कुई बाबा कमाल की दरगाह में मौजूद है। चूंकि, ये कोर्ट का आदेश है तो हम उसका सम्मान करते है. हमें उसका पालन करना ही है।