नई दिल्ली (New Delhi)। अर्थव्यस्था के र्मोचे (Economic fronts.) पर अच्छी खबर आई है। देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) (Country’s Index of Industrial Production – IIP) फरवरी में सालाना आधार पर 5.7 फीसदी बढ़ा (5.7 percent increase on annual basis) है। इससे पिछले साल की समान अवधि में यह छह फीसदी की दर से बढ़ा था।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया कि फरवरी महीने में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 5.7 फीसदी रही है। जनवरी में यह 3.8 फीसदी था, जबकि दिसंबर 2023 में यह 4.2 फीसदी था। इससे पिछले साल फरवरी 2023 में यह छह फीसदी की दर से बढ़ा था।
एनएसओ के जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन पांच फीसदी बढ़ा है, जो एक साल पहले के समान अवधि में 5.9 फीसदी बढ़ा था। इसी तरह फरवरी में खनन का उत्पादन 8 फीसदी और बिजली क्षेत्र का उत्पादन 7.5 फीसदी बढ़ा। वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-फरवरी के दौरान आईआईपी 5.9 फीसदी की दर से बढ़ा है, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 5.6 फीसदी रहा था।
गौरतलब है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का पिछला उच्चतम स्तर अक्टूबर 2023 में 11.9 फीसदी दर्ज किया गया था, जो नवंबर, 2023 में घटकर 2.5 फीसदी पर आ गया था।