भोपाल (Bhopal)। कांग्रेस पार्टी (congress party) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के लिए मध्य प्रदेश की तीन सीटों (three seats of Madhya Pradesh) के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित (Names of candidates declared) कर दिए हैं। बुधवार देर रात जारी की गई सूची में कांग्रेस ने विदिशा से पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, गुना से राव यादवेंद्र सिंह यादव और दमोह से तरवर सिंह लोधी को टिकट दिया गया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बुधवार देर रात लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की आठवीं सूची जारी की है। इस सूची में चार राज्यों की कुल 14 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं। इस सूची में मध्य प्रदेश के तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं।
कांग्रेस ने विदिशा से प्रतापभानु शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वह दो बार विदिशा से ही सांसद रह चुके हैं। उनका मुकाबला विदिशा से पांच बार के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से होगा। विदिशा से पूर्व विधायक शशांक भार्गव के भाजपा में शामिल होने के बाद संभावना जताई जा रही थी कि प्रतापभानु शर्मा को पार्टी चुनाव लड़ा सकती है। उन्होंने पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने शर्मा का नाम आगे बढ़ाया, जिस पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुहर लगा दी।
वहीं, गुना में भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने कांग्रेस ने राव यादवेंद्र सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया है। वह हाल ही में विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। पार्टी ने उन्हें मुंगावली से विधानसभा का चुनाव भी लड़ाया था, लेकिन वह पराजित हो गए थे। जातीय समीकरणों को देखते हुए पार्टी ने गुना से ओबीसी पर दांव खेल है। यहां से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने दावेदारी जताई थी, लेकिन स्थानीय स्तर पर उनके नाम को लेकर सहमति नहीं बन रही थी।
इधर, दमोह से भी जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए तरवर सिंह लोधी को मैदान में उतार गया है। तरवर सागर के बंडा से विधायक रह चुके हैं। भाजपा ने दमोह से राहुल सिंह लोधी को प्रत्याशी बनाया है। राहुल दमोह से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। फिर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली थी और उपचुनाव में अजय कुमार टंडन से पराजित हो गए थे। 2023 के चुनाव में भाजपा ने उनके स्थान पर अपने वरिष्ठ नेता जयंत मलैया को प्रत्याशी बनाया था जो विजयी रहे।
कांग्रेस अब तक मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से 25 पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, जबकि एक सीट खजुराहो समझौते के तहत समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी गई है। अभी तीन सीटों पर उम्मीदवार घोषित करना शेष है।