– गर्मी के मौसम को ध्यान में रखकर मतदान केन्द्रों पर शीतल पेय व छाया की पुख्ता व्यवस्था पर जोर
ग्वालियर (Gwalior)। गर्मी के मौसम (summer season) को ध्यान में रखकर सभी मतदान केन्द्रों (polling stations) पर मतदान दिवस के एक दिन पहले से ही शीतल पेयजल (soft drinking water) के लिए घड़े भरकर रखवाएँ। गर्भवती माताओं (expectant mothers), बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के छायादार स्थान पर बैठने की व्यवस्था करें। खासतौर पर आदर्श मतदान केन्द्र और पिंक बूथ (pink booth) पर ऐसी व्यवस्थायें हों कि वोट डालने आए मतदाताओं को वैलकम ड्रिंक के रूप में नीबू पानी या ओआरएस का घोल पीने के लिये मिले।
इस निर्देश सोमवार को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने निर्वाचन से संबंधित विभिन्न प्रकोष्ठों के नोडल अधिकारियों की बैठक में चुनाव तैयारियों की समीक्षा करते हुए दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि मतदान केन्द्रों के लिये चिन्हित सभी भवनों में रैम्प, पेयजल व शौचालय व मरम्मत सहित सभी काम जल्द से जल्द पूर्ण कराएं। यदि समय-सीमा में यह काम नहीं कराए गए तो संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर मतदान केन्द्र पर बिजली कनेक्शन देना सुनिश्चित करें। इसमें कोई ढ़िलाई न हो। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सौंपे गये चुनावी दायित्वों का निर्वहन मुस्तैदीपूर्वक और पूरी जिम्मेदारी के साथ करें, साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि निर्वाचन संबंधी समस्त कार्य समय सीमा में पूर्ण हो जाएं।
कलेक्टर ने सभी विभागों के कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिए कि मतदान दलों तथा अन्य चुनावी कार्यों के लिये जिन शासकीय सेवकों की ड्यूटी लगाई जानी है, जिला निर्वाचन कार्यालय से ड्यूटी आदेश जारी कराएँ। साथ ही एनआईसी को भी ड्यूटी आदेश की प्रति दें, जिससे डबल ड्यूटी लगने की शिकायत न रहे। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी न केवल स्वयं आचार संहिता का पालन करें बल्कि औरों से भी करायें। किसी भी अधिकारी कर्मचारी का आचरण यदि आचार संहिता के विपरीत पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
उन्होंने मतदाता जागरूकता अभियान, मतदान सामग्री वितरण व मतदान समाप्ति के पश्चात सामग्री प्राप्त करने के लिये की जा रहीं तैयारियों सहित मतदान दल व माइक्रो ऑब्जर्वर का प्रशिक्षण, मतदान दलों को रवाना करने के लिये वाहन व्यवस्था, डाक मत पत्र, शिकायत जांच कंट्रोल रूम, निर्वाचन व्यय निगरानी प्रकोष्ठ, मीडिया अनुवीक्षण कक्ष, कम्युनिकेशन प्लान आदि व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा की। बैठक में नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू माथुर, अपर कलेक्टर अंजू अरूण कुमार व टीएन सिंह एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन सहित जिले के अनुविभागीय दंडाधिकारी व विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी मौजूद थे। डबरा व भितरवार के एसडीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए।
हर सेक्टर अधिकारी के साथ दवाओं की किट सहित होगी चिकित्सक की तैनाती
लोकसभा निर्वाचन के दौरान जिले में हर सेक्टर अधिकारी के साथ दवाओं की किट सहित चिकित्सक की तैनाती की जायेगी। साथ ही हर मतदान केन्द्र पर ओआरएस सहित जीवन रक्षक दवाएँ उपलब्ध रहेंगी। कलेक्टर रुचिका चौहान ने जिले में स्थित सभी प्राथमिक, सामुदायिक व उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी चुनाव को ध्यान में रखकर दवाओं का पर्याप्त भण्डारण सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
सेक्टर अधिकारी और नोडल अधिकारी भी लें ईवीएम का प्रशिक्षण
उन्होंने बैठक में निर्देश दिए कि सभी सेक्टर अधिकारी और नोडल अधिकारियों सहित चुनाव कार्य में संलग्न सभी अधिकारी भी ईवीएम संचालन का प्रशिक्षण जरूर लें, जिससे मतदान दिवस को किसी बूथ पर ईवीएम संचालन में कठिनाई आने पर मतदान दलों की मदद कर सुचारू रूप से मतदान सम्पन्न कराया जा सके। इसी तरह मतदान कार्य का प्रशिक्षण भी अधिकाधिक अधिकारी-कर्मचारियों को दिलाया जाए, जिससे मतदान अधिकारियों की कमी न पड़े।
शहरी क्षेत्र में मतदान दलों के परिवहन के लिये छोटे वाहनों को प्राथमिकता दें
कलेक्टर ने कहा कि मतदान केन्द्र तक मतदान दलों के आवागमन के लिये ग्वालियर नगर निगम क्षेत्र में बड़े वाहनों के स्थान पर छोटे वाहनों को प्राथमिकता देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि छोटे वाहन तंग गलियों में स्थित मतदान केन्द्रों तक आसानी से पहुँचेंगे और मतदान दलों को मतदान सामग्री लेकर ज्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
हर मतदाता तक पहुँचे मतदाता पर्ची
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मतदाता पर्चियों का भी विशेष योगदान होता है। इसलिए प्रयास ऐसे हों शतप्रतिशत मतदाताओं तक मतदान पर्चियाँ पहुँच जाएँ। उन्होंने निर्देश दिए कि इस कार्य को संबंधित अधिकारी गंभीरता से अंजाम दिलाएँ। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में जिले के हर विधानसभा क्षेत्र के उन 25-25 मतदान केन्द्रों की सूची माँगी है जहाँ मतदाता पर्चियों का वितरण सबसे कम रहा था।
व्यापक स्तर पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाने पर जोर
जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रभावी ढंग से स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एज्यूकेशन एण्ड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) के तहत मतदाता जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा दिव्यांग मतदाता एवं 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांग मतदाताओं के घर पर पहुँचकर निर्धारित फॉर्म में यह सहमति लें कि वे घर पर ही वोट डालना चाहते हैं या अपने मतदान केन्द्र पर। उन्होंने कहा मतदान दल में तैनात किए जा रहे सभी शासकीय सेवकों के ईडीसी जारी किए जाएँ। इसी तरह मतदान दलों के परिवहन एवं अन्य चुनावी कार्य के लिए उपयोग में लाए जाने वाले वाहनों के चालक व परिचालक के भी फॉर्म-12 भराएँ, जिससे वे डाक मत पत्र के माध्यम से अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें।