नई दिल्ली (New Delhi)। चीनी मिलों (sugar mills) के संगठन इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन (इस्मा) Indian Sugar Mills Association (ISMA) ने देश में चालू चीनी विपणन वर्ष 2023-24 (current sugar marketing year 2023-24) में चीनी उत्पादन (increase sugar production) के अनुमान को संशोधित कर 340 लाख टन (340 lakh tons) कर दिया है। यह जनवरी, 2024 में इस्मा के 330.5 लाख टन के पिछले अनुमान से 9.5 लाख टन अधिक है। चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
इस्मा ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया कि इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन की कार्यकारी समिति की 12 मार्च को बैठक में चीनी उत्पादन के अनुमान में संशोधन किया गया है। इस बैठक में देशभर के चीनी उत्पादक शामिल रहे। इस बैठक में चालू चीनी विपणन वर्ष 2023-24 के लिए अपने चीनी उत्पादन अनुमान को (इथेनॉल में डायवर्जन से पहले) के लिए संशोधित कर 340 लाख टन कर दिया गया। इससे पहले जनवरी, 2024 में 330.5 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान जताया गया था।
उद्योग निकाय ने कहा कि इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन की कार्यकारी समिति की बैठक में मिली जानकारी के मुताबिक 29 फरवरी 2024 तक देशभर में चीनी का उत्पादन करीब 255.5 लाख टन रहा था, जबकि 466 चीनी मिलें फिलहाल चल रही हैं। इस्मा के मुताबिक समिति ने विभिन्न राज्यों में चीनी रिकवरी, गन्ने की उपज, शेष कटाई योग्य क्षेत्र या गन्ना और चीनी मिलों के बंद होने की अपेक्षित तारीखों पर चर्चा की गई।
इस्मा ने कहा कि इस बैठक में इस बात पर सहमति व्यक्त की कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में गन्ने की उपलब्धता पहले की अपेक्षा अधिक है। हालांकि, एक अन्य प्रमुख राज्य उत्तर प्रदेश में गन्ने की उपलब्धता पहले के अनुमान से कम होने का अनुमान है।