कोलकाता। टीएमसी ने इस बार लोकसभा चुनाव में आसनसोल सीट से पूर्व भाजपा सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट दिया है। शत्रुघ्न की उम्मीदवारी को लेकर भाजपा ने टीएमसी पर हमला किया है। भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक क्लिप पोस्ट करते हुए कहा, ‘मिलिए शत्रुघ्न सिन्हा से। आसनसोल से टीएमसी के उम्मीदवार हैं। टीएमसी रील और रियल लाइफ में रेपिस्ट से भरी पड़ी है।’
मालवीय ने कहा, बड़े आश्चर्य की बात है कि ममता बनर्जी ने शत्रुघ्न सिन्हा को महिला दिवस पर आयोजित सशक्तीकरण जुलूस में नहीं बुलाया। अमित मालवीय का साथ देते हुए राज्य में भाजपा की सचिव प्रियंका टिबरेवाल ने कहा, टीएमसी की चॉइस ही ऐसी है। वह रील और रियल लाइफ हीरो में बैलेंस बनाकर चलती है।
टिबरेवाल ने कहा, टीएमसी के रील और रियल लाइफ हीरो में समानता देख लीजिए। टीएमसी के मुताबिक शाहजहां शेख जैसे लोग रियल लाइफ हीरो हैं। जो कि संदेशखाली में महिलाओं का रेप करते हैं। वहीं रील लाइफ हीरो शत्रुघ्न सिन्हा जैसे लोग हैं जो कि फिल्मों में रेप करते हैं।
उन्होंने कहा, टीएमसी की लिस्ट में ज्यादातर बिगड़ैल शामिल हैं। यह इसलिए कह रही हूं क्योंकि उनके खिलाफ केस दर्ज हैं। महुआ मोइत्रा जैसे लोगों को टिकट दिया गया है जिन्हें संसद से निष्कासित कर दिया गया था। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि भविष्य में भी ऐसे ही परिणाम मिलने वाले हैं। बता दें कि आसनसोल सीट से भाजपा ने पवन सिंह को उतारा था। हालांकि उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। उनके फैसले के पीछे की वजह नहीं सामने आई। हालांकि टीएमसी ने उनके गानों और वीडियो के लिए उन्हें घेरना शुरू कर दिया था। वहीं शत्रुघ्न सिन्हा ने पवन सिंह को लेकर कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से उन्हें ठीक से नहीं जानते। बस इतना सुना है कि गायक हैं।
बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा दो साल पहले ही टीएमसी में आए हैं। उससे पहले वह 28 साल तक भाजपा में रहे। वह भाजपा के साथ 1991 में जुड़े थे। इसके बाद वह राज्यसभा सदस्य रहे। केंद्र में मंत्री भी रहे। वह पटना साहिब से लोकसभा चुनाव जीते। हालांकि 2014 में मोदी सरकार के बाद उन्हें भाजपा रास नहीं आ रही थी। 2019 में जब पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद को उतारा गया तो शत्रुघ्न ने पार्टी से इस्तीफा दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पटना साहिब से चुनाव हार गए। इसके बाद वह टीएमसी में चले गए। शत्रुघ्न सिन्हा अटल सरकार में जहाजरानी मंत्री थे।