उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 8 मार्च को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। महापर्व पर लाखों भक्तों के महाकाल दर्शन करने आने का अनुमान है। बस महाशिवरात्रि के लिए दो दिन ही शेष है ऐसे में प्रशासन भी सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम करने में जुटा हुआ है।
महाशिवरात्रि पर्व के मद्देनजर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व्यवस्था का नया प्लान तैयार किया है. इस प्लान के तहत श्रद्धालुओं को सुगम, सहज और सुविधाजनक दर्शन के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. इसके अलावा मंदिर के आसपास पार्किंग की भी बड़ी व्यवस्था की गई है.
उज्जैन आईजी संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी सहित आला अधिकारियों ने महाशिवरात्रि के मद्देनजर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आने वाली श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने के निर्देश दिए गए. निरीक्षण के दौरान जानकारी दी गई की महाशिवरात्रि पर्व पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था कर्क राज मंदिर, मन्नत गार्डन और इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में की जाएगी.
पार्किंग स्थल से चलाई जाएगी निशुल्क बस
महाशिवरात्रि पर इस बार नगर निगम द्वारा निशुल्क बसें चलाई जाएंगी. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं के कर्क राज मंदिर तक आने जाने के लिए नगर पालिका निगम के जरिये निशुल्क बसें चलाई जाएंगी. इस दौरान आईजी और कलेक्टर ने महाकालेश्वर मंदिर के पहुंच मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर बैरिकेंडिंग किए जाने के निर्देश दिए. साथ ही वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों की सुविधाओं के मद्देनजर पहुंच मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर कुछ क्षेत्र को खुला रखे जाने के लिए भी कहा गया.
मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध
श्रद्धालुओं के लिए जूते के स्टैंड कहां-कहां बनाया जाना है, उन स्थलों को भी पहले से ही सुनिश्चित करने के लिए कहा गया. पैदल मार्ग पर आगामी 6 मार्च की रात्रि तक बैरिकेंडिंग पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर अस्थाई शौचालय, पेयजल और शेड बनाए जाने के लिए कहा गया. जूता स्टैंड के लिए तो पर्याप्त इंतजाम किए जा रहा है. हालांकि महाकालेश्वर मंदिर में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है. ऐसा माना जा रहा है कि मोबाइल रखने की लाकर सीमित होने की वजह से इस बार श्रद्धालुओं को मोबाइल ले जाने पर अधिक सख्ती नहीं रहेगी.