Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

कटनी में हवाला कांड, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक के जरिए करोड़ों का फर्जीवाड़ा

कटनी। मप्र के कटनी में एक बार फिर पुलिस के होश उड़े हुए हैं. शिकायत के बाद 10 दिनों से पुलिस जांच में जुटी है. यह मामला सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक से जुड़ा हुआ है. इस बैंक में एक ही गांव के कुछ युवकों के खाते खोले गए और उन खातों से प्रदेश के साथ देश के कई हिस्सों में लाखों-करोड़ों का ट्रांजेक्शन किया गया.इन युवकों का कहना है कि उन्हें खातों की कोई जानकारी नहीं है.

कटनी में एक बार फिर हवाला कांड की बू आ रही है. यह मामला सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक से जुड़ा हुआ है. पूरा प्रकरण खुद बैंक मैनेजर के माध्यम सामने लाया गया और उसकी सूचना पुलिस तक पहुंचाई गई. बताया जा रहा है कि गैंतरा गांव के 20 से 30 वर्षीय युवकों के कुछ खाते यहां खोले गए. इन खातों से मध्यप्रदेश के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में लाखों और करोड़ों का ट्रांजेक्शन किया गया. जब इन खातों की जानकारी जुटाई गई तो युवकों ने खुद का इन खातों से ताल्लुक नहीं होना बताया है.

 

कोतवाली थाना क्षेत्र के सत्यनारायण मंदिर के पास स्थित सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक के मैनेजर ने ही पुलिस को सूचना दी. उन्होंने कोतवाली पुलिस से संपर्क करते हुए बैंको में तेजी से खुलते खाते और उससे लाखों करोड़ों के ट्रांजेक्शन के मामले की सूचना दी.जिसे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए.

सूचना के बाद टीआई आशीष शर्मा ने सीएसपी सहित अपने आलाधिकारियों को प्रकरण से अवगत करवाते हुए जांच शुरू की. जांच में पुलिस को पता चला सभी 15 खाताधारक माधवनगर थाना क्षेत्र के एक ही गांव गैतरा के रहने वाले हैं. जिनकी जांच पिछले 10 दिनों से जारी है. पुलिस पूरे मामले को हवाला कांड से जोड़कर देख रही है.

 

आपको बता दें कि कटनी में पहले भी करीब 2800 करोड़ का हवाला कांड समाने आ चुका है. फिलहाल इस मामले में कटनी पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन का कहना है कि सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में 15 युवकों से अधिक लोगों के बोगस खाते खोले गए और फिर उन खातों से बड़े स्तर पर ट्रांजेक्शन किए जाने पर बैंक से सूचना मिली थी. इसी मामले पर कुछ ग्रामीण युवकों ने भी शिकायत की है जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच के बाद ही तय होगा कि ये ट्रांजेक्शन कहां और क्यों किए गए. फिलहाल उन्होंने हवाला कांड होने जैसा कुछ कहने से इंकार कर दिया.