भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट (Madhya Pradesh High Court) की ग्वालियर खंडपीठ (Gwalior bench ) की सुरक्षा में चूक ( lapse in security) का मामला सामने आया है। यहां मंगलवार को दो तेज रफ्तार कारें कोर्ट के गेट के बैरिकेड्स को तोड़ते हुए अंदर घुस गईं। एक कार में युवक-युवती सवार थे, जबकि दूसरी में कुछ अन्य लोग। गाड़ियों को अंदर घुसते देख सुरक्षा कर्मियों ने दौड़ लगाई और उन्हें दबोच लिया। सूचना पर विश्वविद्यालय थाना पुलिस सभी को थाने ले गई, जहां उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है।
पूरा घटनाक्रम किसी फिल्म के एक्शन सीन जैसा हुआ। मंगलवार सुबह दो तेज रफ्तार कारें अचानक हाईकोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को भेदती हुई परिसर के गेट क्रमांक दो से अंदर घुसीं। इसमें एक कार में प्रेम प्रसंग के चलते कोर्ट मैरिज करने ग्वालियर आए युवक-युवती थे और पीछे वाली कार में युवती के परिजन। जैसे ही पुलिस ने परिसर में घुसी कारों को रोका, युवती के परिजनों ने उतरकर प्रेमी युगल की गाड़ी पर हमला कर दिया। गाड़ी के शीशे पर घूंसे मारने लगे और युवक को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे।
पुलिस ने तत्काल युवक-युवती को कोर्ट में भेज दिया और युवती के परिजन और दोनों वाहनों को विश्वविद्यालय थाने को सुपुर्द कर दिया। जहां युवक के साथ आए सुधांशु धाकड़ और युवती के परिजन संजीव गुप्ता और अरविंद जाट पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया। शाम के समय हाईकोर्ट से उन्हें पुलिस फोर्स के साथ पहले विश्वविद्यालय थाना ले गए, जहां युवक-युवती के बयान हुए। इसके बाद पुलिस फोर्स ने दोनों को गोला का मंदिर छोड़ दिया, जहां युवक के परिजन दोनों को अपने साथ ले गए।
युवक-युवती के साथियों ने बताया कि युवक शिवम धाकड़ ग्राम खुर्जा जिला भिंड और युवती प्रियल गुप्ता इंदरगढ़, जिला दतिया निवासी बीते छह साल से एक-दूसरे को जानते हैं। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा है। शिवम दतिया में रहकर पढ़ाई करता था और इसी बीच उसकी पहचान प्रियल से हुई और दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। जब शादी की प्रस्ताव युवती ने अपने घर में परिजनों के सामने रखा तो उसके परिजनों ने उससे मारपीट की। जब कैसे भी शादी होती नहीं दिखी तो दोनों ने घर से भागकर शादी करने का फैसला किया। इसके लिए 28 जनवरी को दोनों घर से भागे, ग्वालियर आकर कोर्ट मैरिज करने के लिए अदालत पहुंचे, जब दस्तावेजी कार्रवाई करने और पुलिस सुरक्षा की मांग को लेकर वह हाईकोर्ट जा रहे थे. तभी किसी ने युवती के परिजनों को मुखबिरी दे दी। इसके बाद वह युवक-युवती का पीछा करते हाईकोर्ट जा पहुंचे।
हाईकोर्ट में प्रवेश द्वार पर एक बैरियर लगा है, जिस समय यह घटना हुई उस समय वह बैरियर खुला हुआ था। इस घटना के तुरंत बाद ही सुरक्षा प्रभारी ने बैरीयर बंद करवा दिया। बताया जाता है कि आमतौर पर यह बैरीयर खुला ही रहता था।
इनका कहना है
हाईकोर्ट की सुरक्षा में चूक नहीं है, जिस समय गाड़ियां आई उस समय अधिवक्ता आते हैं तो बैरियर खुला रहता है। इसी के चलते दोनों वाहन अंदर घुस आए। पुलिस ने उन्हें दरवाजे पर भी रोका, लेकिन न रुकने पर घेरकर उन्हें पकड़ लिया। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।
– संजय पोद्दार, सुरक्षा प्रभारी, हाईकोर्ट ग्वालियर।
——–
हाईकोर्ट परिसर में सुरक्षा तोड़कर गाड़ी लेकर घुसने वाले सभी आरोपितों को तत्काल पुलिस ने हिसासत में ले लिया था और इस पर एफआइआर दर्ज कर ली है। वर्तमान में आरोपित पुलिस हिरासत में ही हैं।
– उपेंद्र छारी, थाना प्रभारी, विश्वविद्यालय थाना।