भोपाल (Bhopal)। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala’s life consecration in Ayodhya) हो गई है। इस अवसर पर शाम को देशभर में राम दीपावली मनाई गई। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी घर-घर दीप जलाकर खुशियां (Happiness by lighting lamps in every house) मनाईं। उज्जैन में महाकाल का आंगन एक लाख और जबलपुर में नर्मदा का ग्वारीघाट 51 हजार दीपों से जगमग हुआ।
महाकाल की नगरी को भी अयोध्या की तरह सजाया गया। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर सोमवार को उज्जैन में महाकालेश्वर को छह टन रवे के हलवे का भोग लगाया। यह हलवा प्रसाद के रूप में दोपहर में महाआरती के बाद भक्तों में बांटा गया। अल सुबह भस्म आरती में महाकाल पर पुष्पवर्षा भी की गई। भगवान महाकाल और जय श्रीराम के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। श्री राम के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। वहीं, शाम को भव्य दीपोत्सव की धूम दिखाई दी। इसके तहत एक लाख दीपक मंदिर में प्रज्वलित किए गए।
मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान श्रीराम की महाआरती एवं प्रसाद वितरण, आरती के दौरान मंदिर परिसर में ड्रोन से पुष्पवर्षा की गई। शिखर दर्शन स्थल एवं कोटीतीर्थ कुंड के चारों ओर एक लाख दीपकों का प्रज्वलन किया गया। इसमें चारों ओर दीपों से “जय श्री राम”, धनुष, स्वास्तिक, भगवान श्री राम की आकृति बनाई गई। आकर्षक एवं भव्य आतिशबाजी की गई।
भगवान श्री महाकालेश्वर की त्रिकाल आरतियों के दौरान प्रत्येक आरती में पांच क्विंटल पुष्पों से पुष्प वर्षा, आकर्षक पुष्प एवं विद्युत सज्जा की गई थी। वहीं मंदिर प्रांगण में एलईडी के माध्यम से रामजन्मभूमि के सजीव प्रसारण को भी दिखाया गया था। श्री महाकालेश्वर मंदिर में एक लाख दीपक जलाकर मनाए गए दीपोत्सव के दौरान वरिष्ठ जनों की उपस्थिति में भगवान श्री राम, मां सीता, लक्ष्मण, हनुमान जी की भव्य आरती की गई और इस दौरान भगवा ध्वज भी लहराए गए।
इस मौके पर राजधानी भोपाल राममय हो गई। घरों, बिल्डिंगों पर रोशनी के साथ खूब आतिशबाजी हुई। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रामोत्सव मनाकर आतिशबाजी की। मुख्यमंत्री ने भगवान राम की पूजा अर्चना के साथ प्रतीक स्वरूप दीप जलाए। मुख्यमंत्री निवास पर कुल 11 हजार 101 दीप जलाने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर पूरे मुख्यमंत्री निवास को दीपों के साथ रोशनी से जगमगाया गया। जगह-जगह रंगोली और आकर्षक साज-सज्जा की गई थी। पूरा वातावरण राम राम मय हो गया। लोगों में अपार उत्साह देखने को मिला। राम भजनो की धुन मंत्र मुग्ध करने वाली थी।
भोपाल में सोमवार को मंदिरों में पूजा, अर्चना के साथ प्रभात फेरी निकाली गई। सुबह से त्यौहार जैसा माहौल नजर आया। मंदिरों में सुंदरकांड, भजन कीर्तन, रामधुन के साथ ही भंडारे का आयोजन किया गया। सुबह से ही नए और पुराने शहर में लोग मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को देखने के लिए कई जगह स्क्रीन लगाए गए। जहां लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देखा।
बोट क्लब दीपों से जगमगाया
भोपाल के बोट क्लब पर दीप सज्जा की गई। यहां गंगा आरती भी की गई। यहां पर 51 हजार दीपों को जलाया गया। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यहां पर भगवान श्रीराम की छवि स्वस्तिक की आकृति के दीपों से बनाई गई। पंडितों ने पूजा अर्चना की। करुणाधाम आश्रम पर भी गुब्बारे छोड़े गए और फूलों की वर्षा की गई।
इंदौर में भी पुराने क्षेत्र राजवाड़ा, मल्हारगंज, लोधीपुरा, बियाबानी, नेहरु नगर, पाटनीपुरा जैसे इलाकों की रौनक तो देखने लायक थी। महिलाएं घरों के आंगन में शाम से ही रंगोली बनाने में व्यस्त हो गई थी। बच्चे फुलझड़ी, अनार, चकरी चलाने के लिए उत्सुक थे। जैसे जैसे अंधेरा गहराने लगा। शहर दीपों की रोशनी से जगमगाने लगा। गली मोहल्लों में सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ भी हुआ। इंदौर विकास प्राधिकरण ने शहीद पार्क में शाम को सुंदरकांड का पाठ कराया, जिसमें पांच सौ बच्चे शामिल हुए।
इधर, सोमवार शाम जबलपुर में भी राममय वातावरण में पुण्य सलीला नर्मदा तट ग्वारीघाट में 51 हजार दीप प्रज्वलित कर भव्य दीपोत्सव मनाया गया। इस अदभुत विहंगम दृश्य के हजारों श्रद्धालु साक्षी बने। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ग्वारीघाट में दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए।