भोपाल (Bhopal)। अयोध्या (Ayodhya) में सोमवार नवनिर्मित श्री राम मंदिर (Newly constructed Shri Ram Temple) में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Consecration of Lord Ramlala) होने जा रही है। इसे लेकर पूरा देश राममय हो गया है। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी जश्न और उत्साह का माहौल (Atmosphere of celebration and enthusiasm) है। उज्जैन के भगवान महाकाल मंदिर समेत प्रदेश के सभी प्रमुख और छोटे-बड़े मंदिरों में विशेष साज सज्जा की गई है।
अयोध्या के राम मंदिर में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल है। मंदिरों से लेकर घरों तक में राम भक्त कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। कहीं अखंड रामयण पाठ तो कहीं सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश के प्रमुख मंदिर ओरछा राम रामा सरकार मंदिर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, चित्रकूट में विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। कई जगह बड़ी स्क्रीन लगाकार प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लाइव प्रसारण की तैयारी भी की गई है।
बुंदेलखंड की अयोध्या ओरछा नगरी भी सज संवरकर तैयार हो गई है, जहां विराजित श्रीरामराजा सरकार का विशेष पूजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे। कार्यक्रम को लेकर नगर सहित आसपास के लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। विशेष पूजन के अलावा बेतवा नदी के कंचना घाट पर एक लाख दीप जलाए जाएंगे और बेतवा जी की आरती होगी। प्रशासन ने इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं।
राम के अयोध्या आगमन की खुशी में इंदौर सजकर तैयार है। बाजारों में दो महीने में ही दूसरी दीपावली आ चुकी है। शापिंग माल, परंपरागत बाजारों में केसरिया वंदनवार से लेकर रोशनी भी की गई है। दुकानों के बाहर राम मंदिर की प्रतिकृति सजी हुई है। सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन के लिए खास तैयारी की गई है। बाजारों में हो रहे रामायण पारायण की पूर्णाहुति का होगी। महाआरती की जाएगी और शोभायात्रा के साथ प्रसाद वितरण भी होगा।
राजवाड़ा क्षेत्र के बाजार केसरिया चोला पहने नजर आ रहे हैं। पूरे क्षेत्र के बाजारों को केसरिया झंडों और वंदनवारों से पाट दिया गया है। यशोदा माता मंदिर क्षेत्र के बाजार के आसमान को केसरिया सीलिंग से पूरी तरह ढंक दिया गया है। ऐसे में धूप और सुनहरी होकर बाजारों में वासंती आकाश का नजारा दे रही है।
राजधानी हुई राममय, दीपावली जैसी रंगारंग आतिशबाजी
भोपाल भी श्रीराम की भक्ति में डूब गया है। भाजपा कार्यालय के परिसर में बने मंदिर में अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा है। यहां पर 108 दिव्यांगजन रामायण पाठ कर रहे हैं। यह पाठ सोमवार तक जारी रहेगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश कार्यालय मंत्री राघवेंद्र शर्मा ने पूजा पाठ करा कर रामायण पाठ शुरू कराया। शाम को प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां पर दीपोत्सव और आतिशबाजी का आयोजन किया गया। प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर 5100 दीप जलाकर आतिशबाजी की गई।
भोपाल में मंदिरों को फूलों और विद्युत सज्जा से सजाया गया है। कई जगह प्राण प्रतिष्ठा का लाइव कवरेज दिखाने के लिए एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है। कॉलोनियों के गेट को फूलों और रोशनी से सजाया गया है। घरों पर भगवा झंडे लगाए गए है। दीपावली की तरह लोगों ने विद्युत सज्जा से घरों को सजाया गया है। मंदिरों में भजन कीर्तिन, हनुमान चालीसा पाठ और सुंदरकांड का आयोजन किया गया है। कई जगह महिलाओं ने कलश यात्राएं निकालीं।
किन्नर समाज ने भी भजन कीर्तिन किया
शहर के मंगलवारा स्थित अपने निवास पर किन्नर समाज ने भी भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर भजन कीर्तिन का आयोजन किया। अपने घरों को सजाया। किन्नर समाज के लोगों का कहना है कि बड़ी खुशी की बात है कि लंबे समय के इंतजार के बाद भगवान राम आ रहे है। इसका उत्सव हर घर में मनाया जाएगा।
कर्फ्यू वाली माता मंदिर प्रांगण में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर कई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में भगवान राम के भजनों पर मनमोहक नृत्य नाटिकाएं प्रस्तुत की गईं। सारेगामा फेम सौम्या शर्मा ने सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी। 151 ब्राह्मण बटुकों द्वारा संगीतमय हनुमान चालीसा पाठ किया गया। ढाई घंटे तक रंगारंग आतिशबाजी हुई। 11 क्विंटल मिठाई का भोग लगा कर भक्तों का बांटा गया।
उधर, कांग्रेस पार्टी द्वारा श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर कोई अधिकृत कार्यक्रम तो जारी नहीं किया गया है पर व्यक्तिगत रूप से कांग्रेसजन अलग-अलग कार्यक्रम कर रहे हैं। इंदौर में सुंदरकांड का पाठ कराया जा रहा है तो भोपाल में हनुमान चालीसा। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बताया कि भगवान राम समूचे विश्व के आराध्य हैं। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अपनी निजी स्तर पर खुशी और आस्थाओं के सम्मान का प्रकटीकरण करने के लिए स्वतंत्र है और व्यक्तिगत पूजन अर्चना सभी कर भी रहे हैं।