रांची (Ranchi.)। भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian women’s hockey team) को यहां झारखंड स्थित रांची के मारंग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में शनिवार से शुरू हुए एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर 2024 (FIH Hockey Olympic Qualifiers 2024) के अपने पहले मैच में अमेरिका के खिलाफ 0-1 से हार का सामना करना (Facing 0-1 defeat against America) पड़ा। मैच का एकमात्र गोल अमेरिका के लिए अबीगैल टैमर (16वें मिनट) ने किया।
दोनों टीमों ने मुकाबले की शुरुआत तेज-तर्रार और आक्रामक अंदाज में की। भारत ने जहां घरेलू दर्शकों के सामने सर्कल में कुछ शुरुआती आक्रमण किए और गेंद को अपने कब्जे में रखा। वहीं अमेरिका ने तेज शुरुआत के बाद मुकाबले में अपनी पकड़ बना ली। अमेरिका ने मैच की शुरुआत से बॉल पजेशन पर अपना दबदबा बनाए रखा। अमेरिका ने इसके बाद पहले क्वार्टर में ही अपने कप्तान की मदद से मैच का पहला गोल दाग दिया, लेकिन अमेरिकी खिलाड़ी एलिजाबेथ एगर द्वारा बाधा डालने के कारण को गोल को खारिज कर दिया गया और इससे भारत को बहुत बड़ी राहत मिली।
भारत और अमेरिका के बीच पहले क्वार्टर में मुकाबला काफी कड़ा रहा। लेकिन दोनों टीमें सर्कल में प्रवेश करने के बाद भी गोल नहीं दाग सकी। भारतीय टीम की पेनल्टी कार्नर पर कुछ मौके बनाए, लेकिन टीम इसे भुना नहीं सकी। इसके बाद दोनों टीमों के बीच पहला क्वार्टर गोलरहित रहा।
हालांकि, दूसरे क्वार्टर के शुरू होने के एक मिनट बाद ही अमेरिका ने पहले गोल की निराशा से उबरते हुए 1-0 की बढ़त हासिल कर ली और भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। अमेरिका के लिए यह गोल अबीगैल टैमर ने 16वें मिनट में किया। टैमर का शॉट भारत की अनुभवी गोलकीपर सविता के पास पहुंचा। हालांकि भारतीय कप्तान का पैड गेंद पर जरूर लगा, लेकिन वह उसे अपने पैड के बीच से गोल में घुसने से नहीं रोक सकीं।
दूसरे क्वार्टर में भारत के वापसी करने का मौका था, जब उन्हें पेनल्टी कॉर्नर मिला। दीपिका के प्रयासों के बाद उन्हें दो और रीटेक मिले, लेकिन अमेरिका द्वारा इसे विफल कर दिया गया। इसके बाद भी भारत ने दबाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और दूसरे क्वार्टर के बचे हुए मिनटों में बढ़त बना ली। पहले क्वार्टर से कुछ मिनट पहले भारत को बढ़त लेने का मौका मिला, जब उदिता ने नेहा के साथ मिलकर अच्छा मौका बनाया। लेकिन अमेरिकी गोलकीपर केल्सी बिंग ने उदिता के प्रयास को नाकाम कर दिया।
तीसरे क्वार्टर में काफी एक्शन देखने को मिला। अमेरिकी खिलाड़ी ब्रुक डेबरडीन को ग्रीन कार्ड दिया गया। हालांकि भारत को एक-खिलाड़ी का फायदा था, लेकिन उसके फॉरवर्ड लाइन को अमेरिका ने रोक दिया था। अगले मिनटों में, भारत और अमेरिका दोनों को ग्रीन कार्ड मिलने के कारण अपने 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा। इसके बाद मेजबान टीम को लगातार दबाव बनाने के कारण तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वे इसे गोल में तब्दील नहीं कर पाई।
मुकाबले में एक गोल से पिछड़ने के बाद अंतिम क्वार्टर भारत के लिए काफी अहम हो गया। चौथे क्वार्टर के शुरू होने के बाद वैष्णवी विठ्ल फाल्के को पीला कार्ड मिलने के कारण उन्हें पांच मिनट तक बाहर बैठना पड़ा। एक गोल से पिछड़ रही भारतीय टीम ने हमले तेज कर दिये और 48वें मिनट में सातवां पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। नवनीत ने इस बार इसे नेट में पहुंचाया लेकिन इस गोल को अमान्य करार कर दिया गया क्योंकि गेंद ज्योति के पैर से टकराकर अंदर गई थी। अगले कुछ मिनटों में अमेरिकी अमेरिका ने तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन गोल नहीं कर सकी। भारत को अपना अगला मुकाबला 14 जनवरी को न्यूजीलैंड से खेलना है।
इससे पहले, एशियाई खेलों के पूर्व चैम्पियन जापान ने चेक गणराज्य को 2-0 से हराकर टूर्नामेंट अपने अभियान की विजयी शुरुआत की। जापान के लिए मियू सुजुकी ने चौथे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर और शिहोरी ओइकावा ने 40वें मिनट में दूसरा गोल दागा। चेक गणराज्य की गोलकीपर बारबोरा चेचाकोवा ने इस मुकाबले में कई गोल बचाए। रविवार को अब जापान का सामना जर्मनी से होगा जबकि चेक गणराज्य के सामने चिली की चुनौती होगी।
दिन के एक अन्य मैच में जर्मनी ने चिली की चुनौती को 3-0 से धो डाला। चिली के लिए सेलिन ओरुज़ ने 7वें मिनट, जेटे फ्लेस्कट्ज़ ने 10वें और लिसा नोल्टे ने 38वें मिनट में गोल किए। वहीं, तीसरे मैच में न्यूजीलैंड ने इटली को 3-0 से हरा दिया। न्यूजीलैंड के लिए डेविएस फ्रांसिस ने सातवें और 51वें मिनट में जबकि डिकिंस स्टेफनी ने 53वें मिनट में गोल किए। न्यूजीलैंड की ओर से तीनों गोल पेनल्टी कॉर्नर पर आए।