– विधानसभा चुनाव में हारी हुई सीटों के हर बूथ पर 51 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त करने का लक्ष्य
भोपाल (Bhopal)। इस साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव की तैयारियों (Lok Sabha election preparations) और सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा के लिए भाजपा (ऱझ) की लोकसभा चुनाव योजना बैठक (Lok Sabha election planning meeting) गुरुवार देर शाम सीहोर के एक रिसॉर्ट में हुई। बैठक में तय किया गया कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा उन 11 हजार बूथों पर फोकस (Focus on 11 thousand booths) करेगी, जो वह लगातार तीन चुनाव में हार रही हैं। साथ ही यह भी तय किया गया कि एमपी में इस बार लोकसभा चुनाव में वोट शेयर 68 फीसदी तक बढ़ाना है। सिंगल बूथ पर भी 51 फीसदी से कम वोट शेयर नहीं होना चाहिए।
बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रदेश की 29 संसदीय सीटों को सात अलग-अलग क्लस्टर में बांटा जाएगा। क्लस्टर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी जैसे नेता समय समय पर यहां आकर मोर्चा संभालेंगे। मालवांचल के एक क्लस्टर में पांच सीटें रखी गई हैं, बाकी में चार-चार। हर लोकसभा क्षेत्र के लिए एक मंत्री और एक संगठन का प्रभारी नियुक्त किया जाएगा। बैठक में केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तैयार प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया।
10 हजार नुक्कड़ सभाएं कराएगा भाजयुमो
बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी मोर्चा प्रकोष्ठ अपने-अपने वर्ग में जाकर नीचे तक लोगों से संवाद स्थापित करेंगे। भाजपा युवा मोर्चा को चुनाव पूर्व 10 हजार नुक्कड़ सभाएं करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। पार्टी नेताओं ने कहा कि हमें किसी भी तरह की गलतफहमी न पालकर खुद को लोकसभा चुनाव में झोंक देना है। चुनाव प्रचार पूरी तरह सादगी भरा होगा, ताम-झाम के बजाए लोगों से संपर्क और संवाद को प्राथमिकता दी जाएगी।
विधानसभा चुनाव परिणामों की समीक्षा
बैठक में विधानसभा चुनाव 2023 के चुनाव परिणामों की समीक्षा की गई और जिन 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा को पराजय मिली, उन सीटों के हर बूथ पर वोट शेयर 51 प्रतिशत पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया।
हर लोकसभा क्षेत्र से 10 हजार लोगों को अयोध्या ले जाने का लक्ष्य
बैठक में 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और उससे आगे आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा की गई। हर लोकसभा क्षेत्र से 10 हजार लोगों को अयोध्या ले जाने की योजना बनाई गई है। बैठक में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को अवकाश घोषित करने का भी सुझाव दिया गया। केंद्र सरकार की योजनाओं के हर हितग्राही से संपर्क करने का भी निर्णय लिया गया।
मप्र में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और संघ पदाधिकारियों की यह पहली बैठक है। बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य डॉ. सत्यनारायण जटिया मंचासीन रहे। इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश संगठन महामंत्री हितांनद, केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक, फग्गन सिंह कुलस्ते, महाराष्ट्र के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल एवं जगदीश देवड़ा, प्रदेश शासन के वरिष्ठ मंत्री, पूर्व मंत्री, पार्टी पदाधिकारी, संभाग प्रभारी, मोर्चो के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।