नई दिल्ली (New Delhi)। वित्त वर्ष 2023-24 (FY 2023-24) में अबतक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net direct tax collection) सलाना आधार (annual basis ) पर 19.41 फीसदी (increased by 19.41 percent) की बढ़त के साथ 14.70 लाख करोड़ रुपये (Rs 14.70 lakh crore) पर पहुंच गया है। यह पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य का 81 फीसदी है। इस दौरान सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह सलाना आधार पर 16.77 फीसदी की वृद्धि के साथ 17.18 लाख करोड़ रुपये रहा है।
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 10 जनवरी तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह सलाना आधार पर 19 फीसदी उछलकर 14.70 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। वहीं, सकल रूप से कर संग्रह 17.18 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 16.77 फीसदी अधिक है। यह संग्रह चालू वित्त वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर के कुल बजट अनुमान का 80.61 फीसदी है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के मुताबिक आयकर विभाग ने एक अप्रैल, 2023 से 10 जनवरी, 2024 तक 2.48 लाख करोड़ रुपये करदाताओं को लौटाए हैं। सीबीडीटी के मुताबिक सकल आधार पर प्रत्यक्ष कर संग्रह में 10 जनवरी, 2024 तक लगातार वृद्धि हुई है। सकल कंपनी आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) में वृद्धि क्रमश: 8.32 फीसदी और 26.11 फीसदी रही है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 12.37 फीसदी और पीआईटी संग्रह में 27.26 फीसदी रही।
मंत्रालय ने बताया कि सरकार ने प्रत्यक्ष कर से चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 18.23 लाख करोड़ रुपये प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। यह पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के 16.61 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 9.75 फीसदी अधिक है। प्रत्यक्ष कर में व्यक्तिगत आयकर और कंपनी कर शामिल हैं।