चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने नए साल के मौके पर सरकारी कर्मचारियों व उनके आश्रितों को कैशलेस स्वास्थ्य उपचार की सुविधा देने की योजना शुरू की है।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सोमवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में आयुष्मान योजना के तहत कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा का शुभारंभ किया। राज्य सरकार ने 1 नवंबर 2023 को कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए मत्स्य व बागवानी के कर्मचारियों को शामिल करते हुए पायलट आधार पर योजना शुरू की थी, जिसे आज सभी नियमित सरकारी कर्मचारियों के लिए विस्तारित कर दिया गया है। इसके अलावा इस योजना को पायलट आधार पर बागवानी और मत्स्य पालन विभाग, आईएएस, आईपीएस और आईएफओएस के कर्मचारियों और उनके आश्रितों तक भी बढ़ाया जा रहा है। यह योजना आयुष्मान भारत हरियाणा स्वास्थ्य संरक्षण प्राधिकरण (राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण) के माध्यम से चलाई जा रही है।
राज्यपाल दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को चंडीगढ़ में आयोजित कैशलेस स्वास्थ्य उपचार सुविधा शुभारंभ कार्यक्रम में लाभार्थियों को सांकेतिक रूप से आयुष्मान कार्ड भी वितरित किए। पैनलबद्ध अस्पतालों और लाभार्थियों को इस कैशलेस योजना से बहुत लाभ होगा क्योंकि इसके अंतर्गत सूचीबद्ध प्रक्रियाएं पूर्ण रूप से कैशलेस होंगी और अस्पताल को एक निर्दिष्ट समय सीमा के भीतर एक ही प्लेटफॉर्म से उनके दावों को मंजूरी मिल जाएगी।
इन बीमारियों के लिए मिलेगा लाभ
यह योजना मौजूदा प्रावधानों के अनुसार न केवल छह जीवन-घातक आपात बीमारियों यानी हृदय संबंधी आपात स्थिति, मस्तिष्क रक्तस्राव, कोमा, बिजली का झटका, थर्ड व फोर्थ स्टेज कैंसर रोगी और किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं को कवर करती है, बल्कि यह लाभार्थियों की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करते हुए सभी प्रकार के इनडोर उपचारों व डे केयर प्रक्रियाओं को कवर करती है। यह सेवाएं इस योजना के तहत डीजीएचएस के पैनल में शामिल सभी अस्पतालों में लाभार्थियों के लिए उपलब्ध होंगी। सूचीबद्ध अस्पतालों में योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए सभी लाभार्थियों को ई-कार्ड/सीसीएचएफ कार्ड जारी किया जाएगा। लाभार्थी पेयी कोड, आधार नंबर या पीपीपी नंबर का उपयोग करके लाभ उठा सकते हैं। योजना के तहत पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।