Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

मावठ को किसानों ने माना फसल के लिये अमृत

मुरैना । मध्‍यप्रदेश के अनेक स्‍थानों पर गिरे मावठ से रबी की फसलों को अमृत मिल गया तो दूसरी ओर ठंठ ने भी दस्‍तक दे दी है।
जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार सुबह अचानक आरंभ हुई बूंदाबांदी हल्की वर्षा में तब्दील हो गई। लगभग एक घंटे तक तेज सर्द हवाओं के साथ वर्षा होती रही। इसे किसानों ने अपने लिये अमृत बताया। वहीं ग्रामीण अलाव जलाने पर मजबूर हो गये, क्येांकि तेज सर्द हवाओं के कारण अचानक ठण्ड बढ़ गई। यह मावठ गेहूं, चना फसल के लिये अत्यधिक लाभकारी बताई गई। वहीं यह वर्षा गेहूं की होने वाली बोबनी के लिये देरी का कारण बनेगी। अचानक हुई रिमझिम वर्षा से बढ़ गई ठण्ड से बचाव के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव जलना शुरू हो गये।
मौसम विभाग द्वारा इस वर्षा की संभावना पूर्व में भी व्यक्त की गई थी कि आज सुबह हल्की वर्षा हो सकती है। इसी का प्रभाव सुबह देखा गया। देर रात से ही आममान पर घने बादल छाये हुये थे। आज दोपहर में निकली हल्की धूप भी सदी के कोप को कम नहीं कर सकी। वर्षा के कारण सदी तो बढ़ गई, लेकिन फसलों के लिये अत्यधिक लाभकारी होने की संभावना है। इससे किसान को एक सिंचाई का खर्चा बच जायेगा। वहीं सर्दी के कारण दिन व रात के तापमान में भी एक साथ कमी आई है। किसान बलवीर सिंह कुशवाह निवासी खुशीलाल का पुरा पिपरसेवा ने बताया कि यह वर्षा सभी जगह है। इसका लाभ सभी फसलों को मिलेगा। नमी बढऩे से पौधों की ग्रोथ तथा जिनमें बीजारोपण हो रहा है। उनकी स्थिति बेहतर रहेगी। इसी तरह देवरी निवासी किसान श्याममोहन डण्डौतिया ने बताया कि सरसों, चने के लिये जहां अमृत है वहीं गेहूं के लिये भी बेहतर है, लेकिन बाजरा की फसल काटकर गेहूं की बोबनी के लिये तैयार किये गये खेतों में कुछ दिन का इंतजार करना पड़ेगा, जिससे गेहूं की फसल लेट हो जायेगी। सर्दी के कारण अलाव जला रहे ग्रामीण युवकों ने बताया कि अचानक आई वर्षा के साथ ही तेज सर्द हवायें चल रहीं हैं, जिससे वातावरण ठण्डा हो गया है। सर्दी से बचने के लिये गांव में अलाव शुरू कर दिये हैं।(हि.स.)